लखनऊ: माफिया मुख्तार अंसारी को बुधवार को यूपी विधानसभा में श्रद्धांजलि दी गई। विधानसभा के स्पीकर सतीश महाना ने बताया कि मुख़्तार अंसारी का निधन 28 मार्च 2024 को हुआ था। मुख्तार 1996 में बसपा से, 2002 ,2007 में निर्दलीय और 2012 में कौमी एकता दल से विधायक बने थे। इस दौरान सदन में ये भी कहा गया कि मुख्तार अंसारी के निधन से एक कुशल राजनीतिज्ञ खो गया।
कैसे हुई मौत?
यूपी की बांदा जेल में सजा काटते समय मुख्तार अंसारी का दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई थी। ये जानकारी जेल प्रशासन ने दी थी। उन्हें गुरुवार की शाम रानी दुर्गावाती मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। मेडिकल बुलेटिन के अनुसार, '63 साल के मुख्तार अंसारी को मेडिकल कॉलेज के इमर्जेंसी वॉर्ड में शाम 8.45 बजे भर्ती कराया था। लेकिन कार्डियक अरेस्ट के कारण उनकी मृत्यु हो गई।
उनकी मौत की पुष्टि होने के बाद पूरे उत्तर प्रदेश में धारा 144 लगा दी गई थी और मुख्तार अंसारी के गृह जनपद, मऊ समेत कई इलाकों में पुलिस ने गश्त बढ़ा दी थी। इस दौरान अंसारी के आवास के बाहर भी भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था।