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Hindi News उत्तर प्रदेश झांसी में 10 नवजातों की चली गई जान, अधिकारियों की मरी संवेदना, डिप्टी सीएम के स्वागत के लिए की ऐसी हरकत, भड़के बृजेश पाठक

झांसी में 10 नवजातों की चली गई जान, अधिकारियों की मरी संवेदना, डिप्टी सीएम के स्वागत के लिए की ऐसी हरकत, भड़के बृजेश पाठक

झांसी की दर्दनाक घटना ने हर किसी को झकझोर दिया है। डिप्टी सीएम बृजेश पाठक हादसे का शिकार अस्पताल के वार्ड में गए। साथ ही उन्होंने पीड़ितों से मुलाकात भी की है।

हादसे वाले अस्पताल का निरीक्षण करते हुए डिप्टी सीएम- India TV Hindi Image Source : X/BRAJESHPATHAKUP हादसे वाले अस्पताल का निरीक्षण करते हुए डिप्टी सीएम

उत्तर प्रदेश के झांसी जिले में शुक्रवार रात बेहद दर्दनाक हादसा हो गया। सरकारी अस्पताल में आग लगने से 10 नवजात बच्चों की जान चली गई। देर रात ही इस मामले में सीएम योगी ने संज्ञान लिया। स्वास्थ्य मंत्री एवं डिप्टी सीएम बृजेश पाठक झांसी के लिए रवाना हो गए। झांसी में मंत्री जी के स्वागत के लिए अधिकारियों की ओर से तैयारियां की गईं। इस पर डिप्टी सीएम बृजेश पाठक भड़क गए।

जिलाधिकारी से कार्रवाई करने को कहा

झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज पहुंचने से पहले डिप्टी सीएम के स्वागत के लिए सड़क किनारे चूना डाला गया। इसको लेकर ब्रजेश पाठक नाराज हो गए। डिप्टी सीएम ने शनिवार को झांसी के जिलाधिकारी से उस व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा है, जिसने यह काम करवाया था। 

इसे स्वीकार नहीं करूंगा

मेडिकल कॉलेज की नवजात शिशु देखभाल इकाई (NICU) में आग लगने से 10 बच्चों की मौत के बाद पाठक झांसी पहुंचे। इस दौरान उनके साथ प्रमुख सचिव (स्वास्थ्य) भी मौजूद थे। शनिवार को एक वीडियो संदेश में पाठक ने कहा, ‘मेरे झांसी मेडिकल कॉलेज पहुंचने से पहले एक व्यक्ति सड़क किनारे चूना डाल रहा था, जो बेहद दुखद है। मैं इसकी निंदा करता हूं और मैं जिलाधिकारी से उस व्यक्ति की पहचान करने के लिए कहूंगा जिसने यह काम करवाया है और उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। मैं इसे कभी स्वीकार नहीं करूंगा।’ 

10 बच्चों की हुई मौत

राज्य सरकार के बयान में कहा गया है कि घटना की जानकारी मिलते ही आदित्यनाथ ने उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक और प्रमुख सचिव (स्वास्थ्य) को मौके पर भेजा। उत्तर प्रदेश के झांसी जिले में शुक्रवार रात महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में आग लगने से 10 बच्‍चों की मौत हो गई। 

सरकार ने पीड़ितों को दी वित्तीय सहायता

राज्य सरकार ने शनिवार को मृतकों के माता-पिता को पांच-पांच लाख रुपये की वित्तीय सहायता देने की घोषणा की है। जिलाधिकारी (डीएम) अविनाश कुमार ने बताया कि महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज की नवजात गहन चिकित्सा इकाई (NICU) में शुक्रवार रात करीब पौने 11 बजे आग लग गई, जिसका कारण संभवतः शॉर्ट सर्किट था। 

16 बच्चों का इलाज जारी

उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने शनिवार को कहा, ‘घटना में 10 नवजात की मौत हो गई है। झांसी मेडिकल कॉलेज के अन्य वार्ड में 16 बच्चों का इलाज जारी है।’ उन्होंने बताया कि यह घटना शॉर्ट सर्किट के कारण हुई और उन्होंने आश्वासन दिया कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। 

भाषा के इनपुट के साथ