हैदराबाद: तेलंगाना के नालगोंडा जिले में फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है। दरअसल, पुलिस ने एक महिला को गिरफ्तार किया है। पुलिस का कहना है कि महिला खुद को रेलवे सुरक्षा बल (RPF) की उपनिरीक्षक बताती थी। इतना ही नहीं वह कथित रूप से धोखाधड़ी की गतिविधियों में भी शामिल थी। तेलंगाना राज्य रेलवे पुलिस ने मामले की जानकारी दी है। आरोपी महिला को कई रेलवे स्टेशनों पर भी देखा जा चुका है। आरोपी महिला पुलिस की वर्दी में यात्रा भी करती थी।
कई प्रभावशाली लोगों से था संपर्क
पुलिस के मुताबिक आरोपी महिला की पहचान 25 वर्षीय जदाला मालविका के रूप में हुई है। पुलिस ने बताया कि आरोपी महिला नालगोंडा में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस समारोह जैसे कार्यक्रम में शामिल हुई थी। यहां उसने खुद को कथित तौर पर एक उपनिरीक्षक के रूप में प्रस्तुत किया था। इस कार्यक्रम में आयोजकों ने उसे सम्मानित भी किया था। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (तेलंगाना राज्य के रेलवे एवं सड़क सुरक्षा) महेश एम. भागवत ने एक विज्ञप्ति के जरिए बताया कि अपनी इस फर्जी पहचान का इस्तेमाल कर महिला ने कुछ प्रभावशाली व्यक्तियों के साथ संपर्क स्थापित किया था, इनमें एक तेलुगु फिल्म अभिनेता भी शामिल है।
कई जगहों पर फर्जी वर्दी में दिखी
आरपीएफ के एक अन्य उप-निरीक्षक ने आरपीएस नालगोंडा में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत में उन्होंने कहा कि महिला को नालगोंडा और सिकंदराबाद खंड के बीच विभिन्न ट्रेनों में यात्रा करते समय आरपीएफ उपनिरीक्षक की वर्दी पहने हुए देखा गया है। शिकायत के आधार पर भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 170 (एक लोक सेवक का वेश धारण करना), 419 (प्रतिरूपण द्वारा धोखाधड़ी के लिए सजा) और 420 (धोखाधड़ी) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। इसके साथ ही आरोपी महिला को नालगोंडा रेलवे स्टेशन पर गिरफ्तार कर लिया गया। विज्ञप्ति के मुताबिक, महिला ने कबूल किया है कि उसने यह सब कुछ अपने माता-पिता और रिश्तेदारों को खुश करने के लिए किया था।
(इनपुट- भाषा)
यह भी पढ़ें-
'एक क्वार्टर पर 20 रुपये ज्यादा ले रहे'! फंदा लेकर पेड़ पर चढ़ा शख्स; रोते हुए सुनाई पीड़ा
फेक एंकाउंटर मामले में रिटायर्ड पुलिसकर्मी को आजीवन कारावास, बॉम्बे HC ने पलटा सेशन कोर्ट का फैसला