तेलंगाना विधानसभा चुनाव में निर्वाचित हुए विधायक कोमती वेंकट रेड्डी ने अपनी लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने मंगलवार को सदन को सूचित किया कि तेलंगाना के भोंगीर निर्वाचन क्षेत्र से सांसद कोमती रेड्डी वेंकट रेड्डी ने अपनी लोकसभा की सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया है। उन्होंने कहा कि मैंने उनका त्यागपत्र 11 दिसंबर से स्वीकार कर लिया है। रेड्डी हाल में हुए तेलंगाना विधानसभा में कांग्रेस के टिकट पर नालगोंडा विधानसभा सीट से निर्वाचित हुए हैं।
सड़क और भवन मंत्री बनाया गया
के. वेंकट रेड्डी ने रविवार को तेलंगाना सरकार के सड़क और भवन मंत्री के तौर पर पदभार ग्रहण किया। वेंकट रेड्डी ने कहा कि सड़कें विकास का एक प्रमुख संकेतक हैं। उन्होंने यह अहम विभाग सौंपने के लिए मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी का आभार जताया। उन्होंने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी के शब्दों को याद किया, जिन्होंने कहा था, "अमेरिका के अमीर होने के चलते इसकी सड़कें अच्छी नहीं हैं, बल्कि अमेरिका अपनी अच्छी सड़कों के कारण समृद्ध है।"
वेंकट रेड्डी ने संकेत दिया कि वह राज्य विधानमंडल परिसर में बदलावों के लिए कुछ इमारतों को ध्वस्त करने का आदेश देंगे और विधान परिषद नवीकरण के बाद पुराने भवन से संचालित होगी। उन्होंने यह भी कहा कि वह राज्य से संबंधित मुद्दों पर चर्चा के लिए दिल्ली में केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से भी मुलाकात करेंगे।
तेलंगाना में कांग्रेस की सरकार
बता दें कि तेलंगाना चुनाव के 3 दिसंबर को आए नतीजों में कांग्रेस ने 64 सीटें हासिल की, जबकि बीआरएस ने 39 सीटों पर जीत दर्ज की। इसके अलावा बीजेपी ने 8, एआईएमआईएम ने 7 और भाकपा ने एक सीट जीती है।