तेलंगाना के सिद्दीपेट और मेडक जिले में अलग-अलग घटनाओं में दो पुलिसकर्मियों ने कथित तौर पर रविवार को आत्महत्या कर ली। पुलिस ने बताया कि सिरसिला में 17वीं बटालियन में कार्यरत 34-वर्षीय कांस्टेबल ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या की। उसने सिद्दीपेट जिले स्थित घर पर शीतल पेय में कथित तौर पर वही पदार्थ मिलाकर अपनी पत्नी और दो बच्चों को भी पिला दिया।
पुलिस ने बताया कि इसके बाद कांस्टेबल ने फांसी लगा ली। वहीं, स्थानीय लोगों ने उसकी पत्नी और बच्चों को सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया। चिकित्सकों ने बताया कि उनकी हालत स्थिर है।
मेडक में भी पुलिसकर्मी ने की आत्महत्या
एक अन्य घटना में, मेडक जिले के कुलचरम पुलिस थाने में तैनात 50 वर्षीय हेड कांस्टेबल ने कथित तौर पर अपने क्वार्टर के पास एक पेड़ पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने बताया कि आत्महत्या के पीछे के कारणों की जांच की जा रही है। मामले दर्ज कर लिये गए हैं और आगे की जांच जारी है।
तीन दिन में पांच पुलिसकर्मियों ने की आत्महत्या
तेलंगाना में तीन दिन के अंदर पांच पुलिसकर्मी आत्महत्या कर चुके हैं। रविवार को सिद्दीपेट और मेडक जिले में दो पुलिसकर्मियों ने फांसी लगाकर आत्महत्या की। इससे दो दिन पहले कामारेड्डी जिले के बिकनूर थाने में तैनात एसआई साईकुमार, बीबीपेट थाने में तैनात कांस्टेबल श्रुति और कंप्यूटर ऑपरेटर निखिल एल्लारेड्डी पेद्दा का शव मिला था। पुलिसकर्मियों के बीच आत्महत्या के बढ़ते मामलों से पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है।
बेटी से बात कर लगाई फांसी
बताया जा रहा है कि मेडक जिले में आत्महत्या करने वाले हेड कॉन्सटेबल ने फांसी लगाने से पहले अपनी बेटी से बात की थी। मॉर्निंग वॉक के बाद वह थाने पहुंचा और फांसी लगा ली। हालांकि, अब तक पुलिस आत्महत्या के कारणों का पता नहीं कर पाई है। परिवारजनों का कहना है कि वह पहले से ही आत्महत्या की बात कह रहा था। इस पर पुलिस आशंका जाहिर की है कि पारिवारिक कारणों ने पुलिसकर्मी ने आत्महत्या करने का फैसला किया होगा। (इनपुट- पीटीआई भाषा)