Telangana Lok Sabha Election 2024 Exit Poll: लोकसभा चुनाव 2024 में सभी सात चरणों का मतदान हो चुका है। अब सभी को चार जून को आने वाले नतीजों का इंतजार है। यहां हम बता रहे हैं कि इंडिया टीवी CNX के एग्जिट पोल में तेलंगाना में किस पार्टी को कितनी सीटें मिलती दिखाई दे रही हैं। तेलंगाना में बीजेपी 8-10 सीटें जीत सकती हैं। कांग्रेस को 6-8 सीट मिलने का अनुमान है। BRS और AIMIM एक-एक सीट पर सिमट सकती हैं।
इंडिया टीवी-CNX का सबसे बड़ा, सबसे भरोसेमंद EXIT POLL 19 अप्रैल से ही शुरू हो गया था। 7वें राउंड की वोटिंग तक लाखों लोगों की राय ली गई। CNX की टीम ने 1,79,190 लोगों ने बात की। इसमें 92,205 पुरुषों और 86,985 महिलाओं ने अपनी बात रखी। सैंपल में हर वर्ग के लोग हैं, हर तबके के लोग हैं। यह EXIT पोल सभी 543 लोकसभा क्षेत्रों में किया गया।
तेलंगाना की 17 सीटों का एग्जिट पोल पार्टी | संभावित सीटें |
BJP | 8-10 |
कांग्रेस | 6-8 |
BRS | 0-1 |
AIMIM | 0-1 |
तेलंगाना की लोकसभा सीटें
- आदिलाबाद
- पेद्दापल्ली
- करीमनगर
- निजामाबाद
- जहीराबाद
- मेडक
- मल्काजगिरी
- सिकंदराबाद
- हैदराबाद
- चेवेल्ला
- महबूबनगर
- नगरकुरनूल
- नलगोंडा
- भोंगिर
- वारंगल
- महबूबाबाद
- खम्मम
2019 के नतीजे
तेलंगाना की सभी 17 लोकसभा सीटों पर चौथे चरण में 13 मई को मतदान हुआ था। यहां टीआरएस कांग्रेस, बीजेपी और कांग्रेस प्रमुख दल हैं। हालांकि, असदुद्दीन ओवैसी भी लगातार हैदराबाद सीट से जीत हासिल करते आ रहे हैं और एआईएमएम को भी एक सीट मिलती रही है। यहां भी राष्ट्रीय पार्टियों से ज्यादा बेहतर प्रदर्शन क्षेत्रीय दलों का रहा है। 2019 में बीआरएस को 9 सीटें मिली थीं, जबकि बीजेपी के खाते में चार और कांग्रेस के खाते में तीन सीटें आई थीं। एआईएमएम को एक सीट मिली थी। 2019 लोकसभा चुनाव में तेलंगाना में टीआरएस को दो सीटों का नुकसान हुआ था। वहीं, कांग्रेस को एक और बीजेपी को तीन सीटों का फायदा हुआ था।
बीजेपी-कांग्रेस को फायदा
2019 के नतीजों से तुलना करें तो यहां भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस दोनों पार्टियों को फायदा होता दिख रहा है। वहीं, बीआरएस को भारी नुकसान होता दिख रहा है। 2019 में 9 सीट जीतने वाली बीआरएस एक सीट पर सिमटती दिखाई दे रही है। वहीं, बीजेपी की सीटों की संख्या चार से बढ़कर 8-10 तक पहुंच सकती है। कांग्रेस को भी फायदा हो रहा है और यह पार्टी तीन से बढ़कर 6-8 सीट तक पहुंच सकती है। हालांकि, असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एक सीट पर ही बनी हुई है।