हैदराबाद: कांग्रेस की तेलंगाना इकाई ने कहा है कि यदि वह 30 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनावों में जीत हासिल करती है, तो सत्ता में आने के 6 महीने के भीतर जाति आधारित जनगणना कराने के अलावा अल्पसंख्यकों के कल्याण के लिए बजट को बढ़ाकर सालाना 4,000 करोड़ रुपये तक करेगी। ‘अल्पसंख्यकों का घोषणापत्र’ गुरुवार को जारी किया गया, जिसमें कहा गया है कि पार्टी नौकरियों, शिक्षा और सरकारी योजनाओं में अल्पसंख्यकों सहित सभी पिछड़े वर्गों के लिए उचित आरक्षण सुनिश्चित करेगी।
सभी धर्मों के पुजारियों के लिए 10,000-12,000 रुपये का मासिक मानदेय
कांग्रेस ने इसके अलावा अल्पसंख्यक वर्ग के बेरोजगार युवाओं और महिलाओं को रियायती दर पर ऋण प्रदान करने के लिए प्रति वर्ष 1,000 करोड़ रुपये का प्रावधान करने का वादा किया। पार्टी ने कहा कि वह ‘अब्दुल कलाम तोहफा-ए-तालीम योजना’ के तहत मुस्लिम, ईसाई, सिख और अन्य अल्पसंख्यक समुदायों के युवाओं को एम.फिल और पीएचडी की पढ़ाई पूरी करने पर पांच लाख रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान करेगी। घोषणापत्र में इमाम, मुअज्जिन, खादिम, पादरी और ग्रंथी सहित सभी धर्मों के पुजारियों के लिए 10,000 रुपये से 12,000 रुपये का मासिक मानदेय देने की बात कही गई है।
नवविवाहित जोड़ों को देंगे 1.6 लाख रुपये
पार्टी ने उर्दू माध्यम के शिक्षकों की विशेष भर्ती करने के अलावा ‘तेलंगाना सिख अल्पसंख्यक वित्त निगम’ स्थापित करने का वादा किया। इसके अलावा, अल्पसंख्यक समुदायों के बेघर लोगों को मकान बनाने के लिए जगह और पांच लाख रुपये उपलब्ध कराए जाएंगे। घोषणापत्र में कहा गया है कि अल्पसंख्यक समुदाय के नवविवाहित जोड़ों को 1.6 लाख रुपये दिए जाएंगे।
(इनपुट- भाषा)
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