चंद्रबाबू नायडू की तारीफों के पुल क्यों बांध रहे हैं अलग-अलग पार्टियों के नेता? मिल गया जवाब
तेलंगाना में विभिन्न पार्टियों के नेता इन दिनों हाल ही में जेल से छूटकर आए तेलुगू देशम पार्टी के मुखिया और आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू की तारीफों के पुल बांध रहे हैं।
हैदराबाद: तेलंगाना में 30 नवंबर को होने वाले चुनाव से पहले विभिन्न पार्टियों के नेता अचानक तेलुगू देशम पार्टी के प्रमुख चंद्रबाबू नायडू की तारीफों के पुल बांधने में जुट गए हैं। भारत राष्ट्र समिति के नेता बता रहे हैं कि कैसे उन्होंने नायडू की गिरफ्तारी की निंदा की थी, तो कांग्रेस नेता उनकी रिहाई की खुशी में शामिल होने की बातें करते नजर आ रहे हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर कल तक नायजू से दो-दो हाथ करने वाले नेता आज उनके इतने बड़े फैन कैसे बन गए? आइए, आपको इस सवाल का जवाब देते हैं।
53 दिन बाद जेल से रिहा हुए हैं नायडू
दरअसल, चंद्रबाबू नायडू की अगुवाई वाली तेलुगू देशम पार्टी यानी कि TDP ने तेलंगाना में आगामी विधानसभा चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है। ऐसे में राजनीतिक पार्टियां नायडू की प्रशंसा करके पार्टी से सहानुभूति रखने वालों को लुभाने का प्रयास कर रही हैं। कौशल विकास निगम से धन के कथित दुरुपयोग से संबंधित मामले में नायडू हाल में जेल से रिहा हुए हैं। नायडू 53 दिन जेल में बिताने के बाद 31 अक्टूबर को राजामहेंद्रवरम केंद्रीय जेल से बाहर आए। आरोप है कि इस घोटाले से राजकोष को 300 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ।
2018 में TDP ने जीती थीं 2 सीटें
TDP ने 2018 के विधानसभा चुनाव में 3.5 प्रतिशत वोट हासिल किये और 2 सीटें जीती थीं। पार्टी ने अज्ञात कारणों से चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है। आंध्र प्रदेश की सीमा से सटे खम्मम से चुनाव लड़ रहे BRS के मंत्री पी. अजय कुमार ने कहा था कि उन्होंने 14 सितंबर को नायडू की ‘अवैध’ गिरफ्तारी की निंदा की थी। पूर्व मुख्यमंत्री को राष्ट्रीय नेता बताते हुए कुमार ने कहा कि राजनीति में यह गिरफ्तारी उचित नहीं है।
‘मेरे पिता चंद्रबाबू के करीब रहे हैं’
जेल से रिहा होने पर TDP सुप्रीमो के स्वागत में जमा भीड़ को संबोधित करते हुए मंत्री ने कहा,‘मेरे पिता चंद्रबाबू के बेहद करीब रहे हैं। वह हर दिन उनके बारे में पूछते रहते हैं। हमने नायडू के समर्थन में खम्मम में निकाली गई कई रैलियों का समर्थन किया है।’ खम्मम से कांग्रेस प्रत्याशी तम्मला नागेश्वर राव ने नायडू की रिहाई का स्वागत करते हुए कहा कि वह उनके मार्गदर्शन में प्रशिक्षित हुए हैं। एक कदम आगे बढ़ते हुए उन्होंने 31 अक्टूबर को TDP दफ्तर पहुंचकर कहा कि वह नायडू की जेल से रिहाई की खुशी दूसरों के साथ साझा करना चाहते हैं।
BRS विधायक ने भी जताई खुशी
BRS कैंडिडेट एवं खम्मम जिले में सतुपल्ली से मौजूदा विधायक ने नायडू की रिहाई को लेकर खुशी भी जाहिर की। राज्य में चुनाव नहीं लड़ने के फैसले के बाद TDP की तेलंगाना यूनिट के चीफ कासानी ज्ञानेश्वर ने नायडू की जेल से रिहाई से एक दिन पहले 30 अक्टूबर को पार्टी से अपने इस्तीफे की घोषणा की, जिसके कारण TDP की तेलंगाना इकाई अभी नेतृत्व विहीन हो गई है। 30 नवंबर को होने वाले चुनाव के लिए पार्टी के रुख के बारे में पूछे जाने पर पार्टी की तेलंगाना यूनिट के नेता ने कहा कि TDP आगे की कार्रवाई के बारे में कुछ दिनों में फैसला करेगी। (भाषा)