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Hindi News तेलंगाना तेलंगाना में 12वीं का रिजल्ट जारी होने के बाद 7 स्टूडेंट ने सुसाइड किया, मृतकों में 6 लड़कियां

तेलंगाना में 12वीं का रिजल्ट जारी होने के बाद 7 स्टूडेंट ने सुसाइड किया, मृतकों में 6 लड़कियां

यह मामला तब हुआ है जब राज्य ने इस वर्ष जेईई मेन परीक्षा में शीर्ष स्कोरर की संख्या सबसे अधिक दर्ज की है। देश भर में 100 प्रतिशत अंक हासिल करने वाले 56 उम्मीदवारों में से 15 तेलंगाना से थे। पिछले तीन वर्षों से राज्य में जेईई मेन टॉपर्स की संख्या सबसे अधिक रही है।

सांकेतिक तस्वीर- India TV Hindi Image Source : FILE-ANI सांकेतिक तस्वीर

हैदराबादः तेलंगाना में इंटरमीडिएट परीक्षा परिणाम जारी होने के बाद सात छात्रों ने सुसाइड कर लिया। इनमें से छह लड़कियां थी। पुलिस ने बताया कि रिजल्ट जारी होने के 30 घंटे के भीतर कम से कम सात छात्रों की कथित तौर पर आत्महत्या करने से मौत हो गई। 2019 में इंटरमीडिएट परीक्षा के परिणामों की घोषणा के बाद पूरे तेलंगाना में कम से कम 22 छात्रों की आत्महत्या से मृत्यु हो गई थी। 

4 विषय में फेल होने पर छात्र ने फांसी लगाई

पुलिस अधिकारियों ने कहा कि राज्य भर से इस तरह की घटनाएं मिली है। पहला मामला मंचेरियल जिले के तंदूर का है जहां पर 16 वर्षीय एक किशोर ने सुसाइड कर लिया। स्थानीय पुलिस ने कहा कि वह पहले वर्ष में चार विषयों में फेल हो गया था और उसने अपने आवास पर फांसी लगा ली।

इन इलाकों की रहने वाली थी लड़कियां

उसके अलावा आत्महत्या से मरने वाली अन्य सभी 16 या 17 वर्ष की लड़कियां थीं जो एक या अधिक विषय में फेल हो गई। किसी ने फांसी लगाकर जान दी तो किसी ने कुएं में कूदकर या तालाब में डूबकर अपनी जान दे दी। सुसाइड करने वाली छात्राएं हैदराबाद के बाहरी इलाके राजेंद्रनगर, खम्मम, महबुबाबाद और कोल्लूर की रहने वाली थीं। 

.8 लाख से अधिक छात्रों ने दी थी परीक्षा

फरवरी-मार्च में आयोजित इंटरमीडिएट परीक्षा में 9.8 लाख से अधिक छात्र शामिल हुए थे। 61.06% छात्र (2.87 लाख) प्रथम वर्ष (कक्षा 11 के समकक्ष) में उत्तीर्ण हुए, 69.46% (3.22 लाख) दूसरे वर्ष (कक्षा 12 के समकक्ष) परीक्षा में उत्तीर्ण हुए। फेल होने वाले छात्रों के लिए उन्नत पूरक परीक्षा 24 मई से शुरू होगी। पिछले साल की तुलना में नतीजे दो हफ्ते पहले जारी किए गए थे। 

छात्रों से शिक्षा सचिव ने की थी ये अपील

परीक्षा परिणाम जारी करने के दौरान प्रमुख सचिव (शिक्षा) बुर्रा वेंकटेशम ने छात्रों से निराश न होने को कहा था। उन्होंने कहा था कि “कृपया याद रखें कि यह केवल एक परीक्षा है, आपका पूरा जीवन नहीं। देश के कई आईएएस और आईपीएस अधिकारी इस परीक्षा को तृतीय श्रेणी में उत्तीर्ण कर चुके हैं और आज शीर्ष पदों पर बैठे हैं।