तेलंगाना में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री पी नरसा रेड्डी का सोमवार को निधन हो गया। जानकारी मिली है कि नरसा रेड्डी का आज सुबह वृद्धावस्था संबंधी बीमारियों के कारण निधन हो गया। वह 1972 से 1974 तक अविभाजित आंध्र प्रदेश के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रहे। बता दें कि जब जलागम वेंगल राव मुख्यमंत्री थे, तब नरसा रेड्डी ने विधायक, सांसद और विधान परिषद सदस्य(एमएलसी) के साथ-साथ मंत्री के रूप में भी काम किया था।
92 साली की उम्र में ली अंतिम सांसें
नरसा रेड्डी के निधन पर तेलंगाना के मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) के अध्यक्ष ए रेवंत रेड्डी और कई मंत्रियों समेत अन्य कांग्रेस नेताओं ने नरसा रेड्डी के निधन पर शोक व्यक्त किया। नरसा रेड्डी को 'मार्गदर्शक' बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अनुभवी नेता का निधन कांग्रेस के लिए क्षति है। बता दें कि पूर्व कांग्रेस मंत्री पी नरसा रेड्डी ने सारंगपुर मंडल के मलक चिंचोली गांव में 92 साल की उम्र में अपने आवास पर अंतिम सांसे लीं।
स्वतंत्रता सेनानी भी रहे और मंत्री भी
नरसा रेड्डी तत्कालीन मुख्यमंत्री जलागम वेंगल राव के कार्यकाल में मंत्री रहे। वह 1967 में निर्मल सीट से विधायक और 1989 में आदिलाबाद से सांसदी का चुनाव जीते थे। रेड्डी एक स्वतंत्रता सेनानी भी रहे और जिले के एक प्रभावशाली नेता भी थे। इतना ही नहीं 1981 में वह एमएलसी भी चुने गये थे। अपने कार्यकाल के दौरान, उन्होंने 1977-78 में जलागम वेंगल राव कैबिनेट में अविभाजित आंध्र के सिंचाई मंत्री और राजस्व मंत्री के रूप में कार्य किया।
नरसा रेड्डी उस्मानिया विश्वविद्यालय से कानून के छात्र रहे। रेड्डी के पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए हैदराबाद के गांधी भवन लाया गया। इसके बाद सोमवार दोपहर 3 बजे पार्थिव शरीर को अंतिम संस्कार के लिए महाप्रस्थानम ले जाया गया।
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