हैदराबाद: तेलंगाना के विकाराबाद जिले में 11 नवंबर को सरकारी अधिकारियों पर हुए हमले के आरोपी एक किसान को हथकड़ी में अस्पताल ले जाने के मुद्दा बड़ा हो गया है। किसान को गुरुवार को हथकड़ी लगाकर अस्पताल ले जाये जाने की सूबे के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी ने कड़ी आलोचना की है। इस घटना को गंभीरता से लेते हुए सीएम रेड्डी ने पूछा कि हीरया नाइक को हथकड़ी लगाकर अस्पताल क्यों ले जाया गया। उन्होंने सीनियर अफसरों को मामले की जांच कर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया। आधिकारिक प्रेस रिलीज के मुताबिक, मुख्यमंत्री ने चेतावनी दी कि ऐसी घटनाएं बर्दाश्त नहीं की जाएंगी।
‘किसान ने सीने में दर्द की शिकायत की थी’
विपक्षी दल भारत राष्ट्र समिति यानी कि BRS के कार्यकारी अध्यक्ष केटी रामा राव ने इस घटना को लेकर राज्य की कांग्रेस सरकार की जमकर आलोचना की है। उन्होंने बीमार किसान को हथकड़ी लगाकर अस्पताल ले जाने को अमानवीय बतायाहै। सीएम रेवंत रेड्डी के कोडंगल विधानसभा क्षेत्र के लागाचर्ला गांव में भूमि अधिग्रहण पर सार्वजनिक सुनवाई के दौरान सरकारी अफसरों पर हमले के आरोप में 25 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। पुलिस के एक अधिकारी ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि संगारेड्डी जिले की सेंट्रल जेल में बंद नाइक ने सीने में दर्द की शिकायत की जिसके बाद गुरुवार को उसे सरकारी अस्पताल ले जाया गया।
‘पुलिस अधीक्षक इस पूरे केस की जांच कर रहे हैं’
कुछ लोकल टीवी चैनलों पर एक वीडियो बार-बार चलाया गया जिसमें नाइक को अस्पताल ले जाते वक्त उसके हाथों में हथकड़ी लगी दिख रही है। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि घटना की जांच के आदेश दे दिए गए हैं और संगारेड्डी जिले के पुलिस अधीक्षक इस पूरे केस की जांच कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मेडिकल इमरजेंसी की हालत को देखते हुए किसान को 2 कांस्टेबल अस्पताल लेकर गए थे। यह जांच की जाएगी कि उसे हथकड़ी लगाने का फैसला उन 2 कांस्टेबल ने लिया था या जेल अधिकारियों ने। माना जा रहा है कि इस मुद्दे पर सरकार और विपक्ष में और भी जुबानी जंग देखने को मिल सकती है। (भाषा)