तेलंगाना में भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के विधायक अरेकापुडी गांधी शनिवार को कांग्रेस में शामिल हो गए। इसके साथ ही, राज्य में सत्तारूढ़ दल में शामिल होने वाले विपक्षी विधायकों की कुल संख्या बढ़कर नौ हो गई। सेरिलिंगमपल्ली से विधायक का यहां मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ए.रेवंत रेड्डी ने पार्टी में स्वागत किया। पिछले साल हुए चुनाव में बीआरएस ने कुल 119 विधानसभा सीट में से 39 पर जीत हासिल की थी, जबकि कांग्रेस ने 64 सीट जीतकर सरकार बनाई थी।
पिछले वर्ष हुए विधानसभा चुनावों में बीआरएस ने कुल 119 विधानसभा क्षेत्रों में से 39 पर जीत हासिल की थी, जबकि कांग्रेस 64 सीट जीतकर सत्ता में आई थी। सिकंदराबाद छावनी से बीआरएस विधायक जी लास्या नंदिता की इस साल की शुरुआत में सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी। हाल ही में हुए उप-चुनाव में कांग्रेस ने वहां से जीत हासिल की। इससे कांग्रेस के विधायकों की संख्या बढ़कर 65 हो गई। बीआरएस के नौ विधायकों के शामिल होने के साथ कांग्रेस के कुल विधायकों की संख्या बढ़कर अब 74 हो गई है। छह बीआरएस विधानपरिषद सदस्य (एमएलसी) भी हाल में कांग्रेस में शामिल हुए थे। इसके साथ ही, 40 सदस्यीय विधान परिषद में कांग्रेस सदस्यों की संख्या बढ़कर 10 हो गई है।
नागेंद्र का दावा- जल्द ही बीआरएस अपनी ताकत खो देगी
भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के विधायक प्रकाश गौड़ शुक्रवार को कांग्रेस में शामिल हुए थे। इसके बाद ही कयास लगाए गए थे कि बीआरएस के कुछ और विधायक कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। विधायक दानम नागेन्द्र ने शुक्रवार को दावा किया था कि बीआरएस के पास आने वाले दिनों में कुछ ही विधायक बचेंगे। नागेन्द्र कांग्रेस में शामिल होने वाले पहले बीआरएस विधायक थे। दलबदल विरोधी कानून के तहत विधायकों को अयोग्य ठहराए जाने की बीआरएस की मांग पर नागेन्द्र ने कहा कि पार्टी को ऐसा करने का अधिकार है। उन्होंने हालांकि दावा किया कि बीआरएस जल्द ही अपनी ताकत खो देगी। बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष के.टी.रामाराव ने इससे पहले विधायकों के दलबदल को लेकर लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर हमला किया था और उनसे पूछा था कि क्या यही वह तरीका है जिससे वह संविधान की रक्षा करेंगे।