प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हालिया रूस यात्रा से हैदराबाद के एक परिवार के लिए खुशखबरी लेकर लौटे हैं। रूसी सेना में कार्यरत तेलंगाना के एक व्यक्ति के परिवार को उम्मीद है कि वह जल्द देश लौट सकता है। प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी यात्रा के दौरान राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के समक्ष इस मुद्दे को "बहुत जोरदार ढंग से" उठाया था। इसके बाद रूस ने यूक्रेन के साथ युद्ध में रूसी सशस्त्र बलों के लिए लड़ रहे सभी भारतीय नागरिकों को कार्य मुक्त करने की भारत की मांग पर सहमति व्यक्त की थी।
तेलंगाना के नारायणपेट जिले के मोहम्मद सूफियान (22) के भाई सलमान ने अधिकारियों से अपने भाई को कार्य मुक्त कराने की प्रक्रिया में तेजी लाने का आग्रह किया। पिछले साल नवंबर में भारत से रवाना होने वाला सूफियान रूसी सेना में सहायक कर्मचारी के तौर पर काम कर रहा है।
जल्द घर लौटेगा सूफियान
सलमान ने रविवार को बताया "उनके भाई को जल्द ही कार्य मुक्त किया जाएगा। हमारा अनुरोध है कि अगर कार्य मुक्त जल्दी हो जाए तो अच्छा रहेगा।" उन्होंने उम्मीद जताई कि रूसी पक्ष द्वारा उन भारतीय नागरिकों को कार्य मुक्त करने का वादा करने के बाद चीजें तेजी से आगे बढ़ेंगी। वहीं, रूसी सेना में काम करने के दौरान मार्च में जान गंवाने वाले हैदराबाद निवासी मोहम्मद असफान के भाई इमरान ने केंद्र से तीन या छह महीने का वीजा प्रदान करने का आग्रह किया है ताकि वह रूस की यात्रा कर सकें और यदि संभव हो तो मुआवजा प्राप्त कर सकें।
ओवैसी ने की थी मांग
एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने पीएम मोदी के रूस दौरे से पहले मांग की थी कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ बातचीत में रूस की सेना में भारतीय नागरिकों की भर्ती के मुद्दे को उठाना चाहिए और यूक्रेन युद्ध में लड़ने के लिए भारतीयों की भर्ती को भी रोका जाना चाहिए। हैदराबाद से सांसद ओवैसी ने कहा कि रूस यात्रा पर गए प्रधानमंत्री को सुनिश्चित करना चाहिए कि युद्ध क्षेत्र में फंसे हुए भारतीयों को जल्द से जल्द स्वदेश वापस लाया जाए।
(इनपुट- पीटीआई भाषा)
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