'मेरे बयान का गलत मतलब निकाला गया, मैंने ऐसा नहीं कहा', FIR दर्ज होने के बाद आया अकबरुद्दीन ओवैसी का बयान
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) नेता और विधायक अकबरुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि उनके बयान का गलत मतलब निकाला जा रहा है। उन्होंने ऐसा नहीं कहा था।
हैदराबाद : ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) नेता और विधायक अकबरुद्दीन ओवैसी ने चुनाव प्रचार के दौरान पुलिस को धमकाने के मामले में एफआईआर दर्ज होने के बाद पहला रिएक्शन दिया है। उन्होंने कहा कि मेरे बयान का गलत मतलब निकाला गया है, मैंने ऐसा नहीं कहा था। उन्होंने कहा-'अगर कोई मेरी मीटिंग में लोगों को हटाते हुए आपके पास आए तो आप क्या करेंगे ? क्या लोग मेरे टोन पर काबू पाने की कोशिश करेंगे ? दौड़ाओ का मतलब पुलिस को दौड़ाओ करके नहीं था मैंने ऐसा नहीं कहा , आप लोगों ने उसका गलत मतलब निकाला।
यहां के हीरो हम हैं-ओवैसी
असम के सीएम हेमंत विश्व शर्मा के चुनाव प्रचार से जुड़े सवाल पर ओवैसी ने कहा-वे कल चारमीनार आये थे। ऐसे कई लोग आते है , मगर हम यहां के हीरो हैं , अगर कोई अपने आप को यहां आकर हीरो बनना चाहता है तो कोशिश कर ले ?
यहां कांग्रेस की सरकार कटाई नही बनेगी , यहां तीसरी बार केसीआर ही मुख्य मंत्री बनेंगे ।
पुलिस अधिकारी को धमकी देने के मामले में केस दर्ज
चुनाव प्रचार के दौरान एक पुलिस अधिकारी को कथित तौर पर धमकी देने और कर्तव्य निभाने में बाधा डालने के आरोप में बुधवार को यहां मामला दर्ज किया गया। अकबरुद्दीन एआईएमआईएम अध्यक्ष एवं हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन औवेसी के छोटे भाई हैं। तेलंगाना विधानसभा चुनाव में यहां चंद्रायनगुट्टा सीट से चुनाव लड़ रहे अकबरुद्दीन औवेसी मंगलवार रात को जनसभा को संबोधित कर रहे थे, जहां संतोष नगर पुलिस थाने के थाना प्रभारी (एसएचओ) और अन्य पुलिस अधिकारी बंदोबस्त ड्यूटी के लिए पहुंचे। चंद्रायनगुट्टा सीट से दोबारा चुनाव लड़ रहे अकबरुद्दीन ओवैसी एक वीडियो वायरल हुआ है। वीडियो में देखा जा सकता है कि अकबरुद्दीन ने जब देखा कि मंच के पास एसएचओ उनकी ओर आ रहे हैं तो उन्होंने उंगली दिखाकर पुलिस अधिकारी की ओर इशारा किया और उनसे वहां से चले जाने को कहा। चुनाव आदर्श आचार संहिता के अनुसार, प्रचार की समय सीमा रात 10 बजे तक है और यह समयसीमा पार हो जाने के चलते एसएचओ अकबरुद्दीन को रोकने के लिए आगे बढ़े थे।
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल
सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में, अकबरुद्दीन औवेसी पुलिस अधिकारी की ओर बढ़ते हुए उनसे कहते नजर आ रहे हैं, 'इंस्पेक्टर साहब मेरे पास एक घड़ी है। क्या मैं अपनी घड़ी आपको दे दूं। आप (यहां से) चले जाइए।’’ अकबरुद्दीन ने कहा कि उन्हें बोलने से कोई नहीं रोक सकता और अगर वह (अपने समर्थकों को) इशारा करेंगे तो पुलिस अधिकारी वहां से भागने के लिए मजबूर हो जाएंगे। वीडियो में अकबरुद्दीन औवेसी को कहते हुए सुना जा सकता है, ‘क्या तुम्हें लगता है कि मैं चाकुओं और गोलियों को झेलने के बाद कमजोर हो गया हूं। मुझमें अभी भी बहुत हिम्मत है। अभी पांच मिनट बाकी हैं और मैं बोलूंगा।मुझे कोई नहीं रोक सकता। अगर मैं इशारा कर दूं तो तुम भागने को मजबूर हो जाओगे।’