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Hindi News तेलंगाना हैदराबाद में नामांकन दाखिल करने से पहले माधवी लता का ओवैसी पर बड़ा हमला, लगाया ये आरोप

हैदराबाद में नामांकन दाखिल करने से पहले माधवी लता का ओवैसी पर बड़ा हमला, लगाया ये आरोप

Lok Sabha Elections 2024: हैदराबाद से भाजपा उम्मीदवार माधवी लता ने असदुद्दीन ओवैसी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि ओवैसी जैसे लोग समाज में विष घोलने का काम करते हैं।

भाजपा उम्मीदवार माधवी लता- India TV Hindi Image Source : FILE-PTI भाजपा उम्मीदवार माधवी लता

हैदराबाद: हैदराबाद लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार माधवी लता आज अपना नामांकन फाइल करेंगी। माधवी लता लोकसभा चुनाव के लिए अपना नामांकन दाखिल करने से पहले पूजा करने के लिए मंदिर गईं। इस दौरान उन्होंने कहा कि असदुद्दीन खुद के कौम (मुस्लिम) को बर्बादी की ओर ले जाते हुए एक बार भी नहीं सोचते। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इतनी योजनाएं लाई हैं, किस योजना पर हिंदू-मुसलमान लिखा है?। असदुद्दीन, अकबरुद्दीन जैसे लोगों का मुंह बंद करवा देना चाहिए। ये आम जनता में विष घोलने का काम कर रहे हैं। 

13 मई को होगा चुनाव

बता दें कि हैदराबाद संसदीय सीट पर 13 मई को मतदान होना है। तेलंगाना की 17 लोकसभा सीट पर चुनाव के लिए अधिसूचना 18 अप्रैल को जारी की गई थी। लता हैदराबाद लोकसभा सीट से मौजूदा सांसद और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के नेता असदुद्दीन ओवैसी को चुनौती दे रही हैं। 

ओवैसी का गढ़ है हैदराबाद

हैदराबाद लोकसभा क्षेत्र, जिसमें मुख्य रूप से मुस्लिम आबादी वाला पुराना शहर हैदराबाद शामिल है, लंबे समय से एआईएमआईएम का गढ़ रहा है। असदुद्दीन ओवैसी 2004 से अब तक चार बार इस निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव जीत चुके हैं। उनसे पहले, उनके पिता सुल्तान सलाहुद्दीन ओवैसी ने 1984 से 2004 के बीच लगातार छह बार लोकसभा में हैदराबाद का प्रतिनिधित्व किया था।  

माधवी लता को मिली है वीआईपी सुरक्षा

अभी हाल में ही केंद्र सरकार ने हैदराबाद लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार माधवी लता को सशस्त्र कमांडो की अति विशिष्ट व्यक्ति (वीआईपी) श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की थी। 49 वर्षीय उम्मीदवार माधवी लता को तेलंगाना में उनके प्रवास और दौरों के दौरान मध्य-स्तरीय 'वाई प्लस' श्रेणी का मोबाइल सुरक्षा कवर प्रदान किया गया है। केंद्रीय खुफिया और सुरक्षा एजेंसियों द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट में लता के लिए सुरक्षा कवर की सिफारिश की गई, जिसके बाद गृह मंत्रालय ने उन्हें सुरक्षा मुहैया कराने के सुझाव को मंजूरी दे दी।