हैदराबाद में जेपी नड्डा की चुनावी रैली, कांग्रेस को बताया सनातन और राम विरोधी
नड्डा ने दो दिन पहले पुंछ में हुए आतंकी हमले का जिक्र करते हुए कहा कि पंजाब के एक पूर्व मुख्यमंत्री (चरणजीत सिंह चन्नी) ने इसे एक स्टंट कहा था। नड्डा ने कहा, ‘‘कांग्रेस के ऐसे राष्ट्र-विरोधी नेता देश को इस तरह गुमराह करते हैं। ’’
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा ने सोमवार को कांग्रेस पर तीखा हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि देश का सबसे पुराना राजनीतिक दल ''सनातन विरोधी'' और ''राम विरोधी'' है तथा वह राष्ट्र विरोधी ताकतों से हाथ मिलाता है। नड्डा ने तेलंगाना के पेद्दापल्ली में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी का भाजपा पर आरक्षण खत्म करने का आरोप लगाना उस मुहावरे की तरह है कि सूप बोले तो बोले, चलनी भी बोले जिसमें 72 छेद।
नड्डा ने दो दिन पहले पुंछ में हुए आतंकी हमले का जिक्र करते हुए कहा कि पंजाब के एक पूर्व मुख्यमंत्री (चरणजीत सिंह चन्नी) ने इसे एक स्टंट कहा था। नड्डा ने कहा, ‘‘कांग्रेस के ऐसे राष्ट्र-विरोधी नेता देश को इस तरह गुमराह करते हैं। ’’ उन्होंने कहा कि जब बालाकोट में हवाई हमले किए गए, तो कांग्रेस नेताओं ने बेशर्मी से इसका सबूत मांगा था। उन्होंने दावा किया कि जब दिल्ली में 2008 में बाटला हाउस में मुठभेड़ हुई और आतंकवादियों का सफाया हुआ, तो कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने कहा कि सोनिया गांधी 'फूट-फूटकर रोईं' थीं।
वोट बैंक की राजनीति कर रहे राहुल
भाजपा अध्यक्ष ने सलमान खुर्शीद की भतीजी और समाजवादी पार्टी की नेता मारिया आलम की हालिया टिप्पणियों के परोक्ष संदर्भ में पूछा कि क्या ऐसे लोगों को नेतृत्व करने की अनुमति दी जा सकती है। मारिया आलम ने विपक्षी 'इंडिया' गठबंधन के उम्मीदवार के पक्ष में 'वोट जिहाद' की अपील की थी। नड्डा ने दावा करते हुए कहा, ‘‘ उन्होंने पहले लैंड जिहाद किया, फिर लव जिहाद और अब वोट जिहाद शुरू कर दिया है। जब जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में 'अफजल हम शर्मिंदा हैं, तेरे कातिल जिंदा हैं' जैसे नारे लगे, तो राहुल गांधी ऐसे लोगों के साथ जाकर खड़े हो गए।’’ उन्होंने कहा, ‘‘उन्हें देश से कोई लेना-देना नहीं है। ये सभी लोग वोट बैंक की राजनीति कर रहे हैं, तुष्टिकरण की राजनीति कर रहे हैं। ’’
कांग्रेस राम विरोधी पार्टी
नड्डा ने पिछली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि उसने अदालत में एक हलफनामा दायर किया था कि भगवान राम काल्पनिक हैं तथा इसका कोई ऐतिहासिक और वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘ कांग्रेस राम विरोधी पार्टी है। कांग्रेस सनातन विरोधी है। कांग्रेस ऐसी पार्टी है जो देश विरोधी ताकतों से हाथ मिलाती है।’’ नड्डा ने कहा कि जब द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के नेता उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म की तुलना एचआईवी, डेंगू और मलेरिया से की तो कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी चुप रहे।
17 सितंबर को मुक्ति दिवस मनाएगी बीजेपी
भाजपा अध्यक्ष ने असदुद्दीन ओवैसी के नेतृत्व वाली ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम), भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) और कांग्रेस को 'एबीसी' टीम करार देते हुए आरोप लगाया कि 'ये सभी तीनों के तीनों मुस्लिम लीग का एजेंडा चलाने वाली पार्टी यहां है'। उन्होंने दावा किया कि ये तीनों दल तब्लीगी जमात के 'सिद्धांतों और नीतियों' का पालन करते हैं और मुख्यधारा के लोगों को परेशान करते हैं। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि ये दल 17 सितंबर को 'मुक्ति दिवस' नहीं मना सकते (वह दिन जब निजाम शासन के तहत हैदराबाद रियासत का 1948 में भारतीय संघ में विलय हुआ था) लेकिन जब तेलंगाना में भाजपा सरकार बनाएगी, तो इस दिन को बड़े पैमाने पर उत्सव के रूप में मनाएगी।
धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं होगा
भाजपा द्वारा फिर सत्ता में आने पर आरक्षण खत्म करने के राहुल गांधी के दावे पर नड्डा ने कहा, 'उल्टा चोर कोतवाल को डांटे'। नड्डा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने बार-बार दलितों, आदिवासियों और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के आरक्षण में से किसी अन्य समुदाय को आरक्षण दिया है। उन्होंने कहा कि जब 2004 में अविभाजित आंध्र प्रदेश में कांग्रेस सत्ता में थी, तो उसने अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एसटी) और ओबीसी से उनका आरक्षण छीनकर मुसलमानों को दे दिया। नड्डा ने आरोप लगाया कि कर्नाटक में कांग्रेस ने ओबीसी के आरक्षण में कटौती की और इसे मुसलमानों को दे दिया, लेकिन भाजपा सरकार ने इसे खत्म कर दिया और ओबीसी को उनका अधिकार वापस दिया। हालांकि, मौजूदा मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने फिर से मुसलमानों को आरक्षण दे दिया। नड्डा ने कहा कि संविधान निर्माता बाबा साहेब भीम राव आम्बेडकर ने कहा था कि धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं होगा।