केटी रामाराव बोले- KCR की वापसी 'हैट्रिक मुख्यमंत्री' के तौर पर होनी चाहिए
तेलंगाना के मंत्री केटी रामाराव ने कहा कि अगर हमने गलती की तो हैदराबाद की स्थिति 100 साल पीछे चली जाएगी। उन्होंने कहा कि केसीआर की वापसी 'हैट्रिक मुख्यमंत्री' के तौर पर होनी चाहिए।
तेलंगाना में अगले कुछ महीनों में विधानसभा चुनाव होने हैं। इसे लेकर सभी पार्टियां चुनावी प्रचार-प्रसार में जुट गई हैं। इस बीच, तेलंगाना के मंत्री केटी रामाराव ने शनिवार को कहा कि मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने जाति और धर्म से परे समाज के सभी वर्गों के लिए विकास सुनिश्चित किया है। उन्होंने कहा कि इसलिए सीएम केसीआर की वापसी 'हैट्रिक मुख्यमंत्री' के तौर पर होनी चाहिए।
"वैश्विक शहर बनाने की मजबूत नींव रखी"
'स्टील ब्रीज' का उद्घाटन करने के बाद राज्य के नगर प्रशासन और शहरी विकास मंत्री रामाराव ने कहा कि 2014 से ही भारत राष्ट्र समिति (BRS) की सरकार ने हैदराबाद को वैश्विक शहर बनाने की मजबूत नींव रखी है। रामाराव ने कहा कि संपत्ति में बढ़ोतरी और उसका वितरण तभी संभव है जब जाति और धर्म से परे जाकर समाज के सभी वर्गों का ख्याल रखा जाए और अवसंरचना विकास और रोजगार सृजन जैसे बहु आयामी विकास शहर में हो। उन्होंने कहा कि एक समय था जब हैदराबाद में कुछ पार्टियों और नेताओं की विभाजनकारी राजनीति की वजह से कर्फ्यू लगता था, लेकिन बीआरएस शासन में सभी समुदाय सद्भावना के साथ रह रहे हैं।
"अगर हमने गलती की, तो..."
मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के बेटे रामाराव ने कहा, "अगर हमने गलती की तो हैदराबाद की स्थिति 100 साल पीछे चली जाएगी।" विपक्षी दल कांग्रेस और बीजेपी पर परोक्ष रूप से हमला करते हुए रामाराव ने कहा कि 50 साल तक सत्ता में रहे लोगों ने विकास के लिए कुछ नहीं किया, जबकि केंद्र की सत्ता में रहने वालों ने तेलंगाना के लिए कुछ नहीं किया और जाति या धर्म के नाम पर समस्या उत्पन्न करने की कोशिश कर रहे हैं। बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष रामाराव ने कहा कि चंद्रशेखर राव को तीसरी बार मुख्यमंत्री चुनना चाहिए।
हैदराबाद को लेकर क्या बोले रामाराव?
उन्होंने कहा कि हैदराबाद को देश में आदर्श मॉडल की तरह विकसित किया जाएगा। आधिकारिक विज्ञप्ति के मुताबिक, तेलंगाना सरकार की महत्वाकांक्षी रणनीतिक सड़क विकास योजना (SRDP) के तहत वृहद हैदराबाद नगर निगम (GHMC) ने 'स्टील फ्लाई ओवर' का निर्माण कराया है, जो शहर में अपनी तरह का पहला पुल है। विज्ञप्ति के मुताबिक, इस फ्लाईओवर के निर्माण पर 450 करोड़ रुपये की लागत आई है और इसे पूरी तरह से इस्पात से बनाया गया है। फ्लाईओवर का नाम तेलंगाना के पहले गृहमंत्री एन नरसिम्हा रेड्डी के नाम पर रखा गया है।