तेलंगाना स्थापना दिवस में शामिल हो सकते हैं पूर्व सीएम केसीआर, सरकार ने भेजा न्यौता
तेलंगाना स्थापना दिवस पर हो रही सरकारी कार्यक्रम में पूर्व सीएम केसीआर भी शामिल हो सकते हैं। सरकार ने केसीआर को भी न्यौता दिया है।
हैदराबाद: तेलंगाना सरकार ने शुक्रवार को पूर्व मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव को दो जून को राज्य के स्थापना दिवस की 10वीं वर्षगांठ समारोह में शामिल होने के लिए निमंत्रण दिया है। मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी के निर्देशानुसार, प्रोटोकोल से जुड़े मुद्दों के लिए सरकार के सलाहकार हरकारा वेणुगोपाल यहां बंजारा हिल्स में स्थित चंद्रशेखर राव के आवास पर गए और उन्हें मुख्यमंत्री के पत्र के साथ-साथ कार्यक्रम का निमंत्रण पत्र सौंपा। वेणुगोपाल ने कहा कि तेलंगाना विधानसभा में विपक्ष के नेता राव ने निमंत्रण पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इसके साथ ही यह विश्वास जताया कि पूर्व मुख्यमंत्री समारोह में शामिल होंगे।
सोनिया गांधी में भी कार्यक्रम में शामिल होंगी
वेणुगोपाल ने याद दिलाया कि तेलंगाना राज्य के 60 साल पुराने सपने को 10 साल पहले कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने संभव बनाया था। उन्होंने कहा कि राज्य के स्थापना दिवस की वर्षगांठ समारोह में सभी हितधारकों को शामिल किया जा रहा है और उन्हें आमंत्रित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि केसीआर ने भी राज्य के गठन में भूमिका निभाई थी। राज्य सरकार ने बृहस्पतिवार को कहा कि दो जून को राज्य के स्थापना दिवस की 10 वीं वर्षगांठ का जश्न मनाया जाएगा और इस समारोह में सोनिया गांधी मौजूद रहेंगी। आंध्र प्रदेश का विभाजन कर दो जून, 2014 को तेलंगाना राज्य का गठन किया गया था ।
भाजपा ने कथित ‘फोन टैपिंग’ की सीबीआई जांच की मांग
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने तेलंगाना की कांग्रेस सरकार से राज्य में पूर्ववर्ती भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) शासन के दौरान कथित रूप से ‘फोन टैपिंग’ किये जाने के मामले की जांच सीबीआई को सौंपने की मांग करते हुए शुक्रवार को यहां धरना दिया। इस धरने में पहुंचे पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए भाजपा के राज्यसभा सदस्य के.लक्ष्मण ने कहा कि फोन टैंपिंग मामले में पुलिस अधिकारियों की स्वीकारोक्ति पूरे देश के लिए चकित करने वाली बात है। उन्होंने दावा किया कि तेलंगाना का समाज मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी से जवाब मांग रहा है कि जब पुलिस अधिकारियों ने अपनी स्वीकारोक्ति में ‘सब कुछ स्पष्ट’ कर दिया है तो भी उन्होंने निष्क्रिय रुख क्यों अपना रखा है।
इनपुट-भाषा