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Hindi News तेलंगाना 'बीआरएस भाजपा और कांग्रेस दोनों के खिलाफ,' CWC की बैठक से पहले के कविता ने दिया बयान

'बीआरएस भाजपा और कांग्रेस दोनों के खिलाफ,' CWC की बैठक से पहले के कविता ने दिया बयान

हैदराबाद में सीडब्ल्यूसी की होने वाली बैठक से पूर्व मुख्यमंत्री केसीआर की बेटी के कविता ने बड़ा बयान दिया है। के कविता ने कहा कि बीआरएस न तो भाजपा के साथ है और न ही कांग्रेस के साथ है। जबकि कांग्रेस द्वारा लगातार यह कहा जाता रहा है कि बीआरएस और भाजपा के बीच सीक्रेट गठबंधन है।

BRS is against both BJP and Congress K Kavita statement before the CWC meeting- India TV Hindi Image Source : PTI के कविता

हैदराबाद में कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक होने वाली है। इस मीटिंग से पहले ही तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर की बेटी के कविता ने कहा कि उनकी पार्टी बीआरएस कांग्रेस और भाजपा दोनों के ही खिलाफ है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A के सदस्यों से मिलकर अपने राजनीतिक कन्फ्यूजन को दूर करना चाहिए। गौरतलब है कि कांग्रेस द्वारा यह लगातार कहा गया है कि बीआरएस और भाजपा के बीच एक सीक्रेट गठबंधन है। हालांकि के कविता ने इन दावों को सिरे से नकारते हुए कहा कि हमारा स्टैंड शुरू से ही क्लीयर है। 

के कविता ने कांग्रेस पर साधा निशाना

के कविता ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा कि हम भाजपा और कांग्रेस दोनों के ही खिलाफ हैं। इसलिए हम किसी गठबंधन का हिस्सा नहीं हैं। लेकिन कांग्रेस का रुख क्या है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी खुद भ्रमित है और दूसरों को भी भ्रमित करती है। कांग्रेस से और उम्मीद ही क्या कर सकते हैं। हैदराबाद में कांग्रेस पार्टी की होने वाली बैठक से पूर्व कविता ने कहा कि कांग्रेस पार्टी पहले तो एक काज्य में AAP या CPI(M) से लड़ती है। वहीं दूसरी तरफ उनसे गठबंधन कर लेती है। कांग्रेस एक तरफ उनकी आलोचना करती है और फिर उनके साथ गठबंधन कर लेती है। 

उन्होंने कांग्रेस को लेकर कहा कि मैं जानना चाहती हूं कि इन पार्टियों को लेकर कांग्रेस की राय क्या है। ये पहले कांग्रेस साफ करे। इससे पहले केसीआर पर आरोप लगाते हुए कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा था कि केसीआर खुद को धर्मनिरपेक्ष बताते हैं लेकिन वे अंदर ही अंदर भाजपा से मिले हुए हैं। के कविता ने कांग्रेस पर आगे निशाना साधते हुए कहा कि महिला आरक्षण विधेयक के मामले पर सदन में कांग्रेस क्यों चुप रही। उन्होंने कहा, 'मैंने हमेशा महिला आरक्षण विधेयक का श्रेय सोनिया गांधी को दिया है क्योंकि उन्होंने इसे राज्यसभा में पारित किया, लेकिन 26 साल पहले क्या हुआ, उसके बाद क्या हुआ। उसके 10 साल बात वे सत्ता में थे। लेकिन लोकसभा में इसे पारित क्यों नहीं कराया?'