हैदराबाद: भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव से मुलाकात कर उनसे दलितों से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की। शुक्रवार को जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि चंद्रशेखर ने तेलंगाना में दलितों के कल्याण के लिए चलाई जा रही योजनाओं और आर्थिक सहयोग देने वाले कार्यक्रम ‘दलित बंधु’ की सराहना की और कहा कि ये कार्यक्रम देश के लिए ‘रोल मॉडल’ हैं। बयान के मुताबिक, चंद्रशेखर और राव ने दलितों से जुड़े मुद्दों, जाति के नाम पर लोगों को बांटने की कोशिश, सामाजिक भेदभाव और देश में दलित समुदाय पर हो रहे हमलों सहित अन्य विषयों पर चर्चा की।
चंद्रशेखर ने की राज्य सरकार की सराहना
बातचीत में भीम आर्मी प्रमुख ने उम्मीद जताई कि तेलंगाना में दलितों के विकास के लिए चलाए जा रहे कार्यक्रम भविष्य में इस समुदाय के लोगों की समस्याओं का समाधान तलाशने का मार्ग प्रशस्त करेंगे। चंद्रशेखर ने हैदराबाद में संविधान निर्माता बी. आर. आंबेडकर की 125 फुट ऊंची प्रतिमा स्थापित करने और नये तेलंगाना सचिवालय परिसर का नाम आंबेडकर के नाम पर रखने के लिए राज्य सरकार की सराहना की। भीम आर्मी चीफ ने मुख्यमंत्री को 26 अगस्त को राजस्थान के जयपुर में होने वाली भीम आर्मी महासभा में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होने का आमंत्रण दिया।
28 जून को चंद्रशेखर पर हुआ था हमला बता दें कि चंद्रशेखर को 28 जून को उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में अज्ञात हमलावरों ने गोली मार दी थी। एक गोली भीम आर्मी चीफ को छूकर निकल गई थी और उन्हें कोई गंभीर चोट नहीं आई थी। इसके बाद पुलिस ने 2 जुलाई को हमले के 4 आरोपियों, विक्की, लवीश, प्रशांत और विकास, को गिरफ्तार कर लिया था। आरोपियों ने पूछताछ में कहा था कि आजाद के 'उल्टे-सीधे' बयानों से क्षुब्ध होकर उन्होंने उन्हें जान से मारने के लिए उन पर हमला किया था। हालांकि आजाद ने पुलिस के इस दावे का विरोध करते हुए कहा कि पुलिस अब भी इस वारदात की सही कारणों तक नहीं पहुंच पाई है।