'चीन-भारत समझौते के विवरण का इंतजार', AIMIM सांसद ओवैसी ने ऐसा क्यों कहा?
भारत और चीन लंबे अरसे बाद सीमा पर तनाव कम करने के लिए एक अहम समझौते पर पहुंचे है। दूसरी ओर AIMIM पार्टी के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि उन्हें चीन-भारत समझौते के विवरण का इंतजार है।
भारत और चीन पूर्वी लद्दाख की सीमा पर जारी तनाव को कम करने के लिए एक अहम समझौते पर पहुंच गए हैं। भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने सोमवार को बताया है कि कई हफ्तों से जारी चर्चा के बाद एलएसी पर पेट्रोलिंग को लेकर दोनों देशों के बीच सहमति बन गई है। ब्रिक्स सम्मेलन के लिए पीएम मोदी के रूस दौरे से पहले ये बड़ी घटना मानी जा रही है। हालांकि, दूसरी ओर AIMIM पार्टी के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने सोमवार को कहा है कि वह भारत और चीन के बीच हुए इस समझौते के विवरण यानी डिटेल का इंतजार कर रहे हैं।
क्या है समझौता?
पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के बीच सीमा विवाद को लेकर विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने जानकारी दी है कि बीते कुछ हफ्तों में भारत और चीन के वार्ताकार इस मुद्दे पर संपर्क में रहे थे और एक समझौते पर पहुंच गए हैं। उन्होंने बताया कि भारत और चीन के बीच बातचीत के बाद एलएसी पर पेट्रोलिंग को लेकर सहमति बनी है। विक्रम मिस्री ने ये भी बताया कि हाल में हुए समझौते से दोनों देशों के बीच डिस-इंगेजमेंट हो रहा है और अंततः उन मुद्दों का समाधान हो रहा है जो इन क्षेत्रों में साल 2020 में पैदा हुए थे। आपको बता दें कि पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के बीच चार वर्षों से ज्यादा वक्त से सैन्य गतिरोध जारी था।
क्या बोले ओवैसी?
भारत और चीन के बीच हुए समझौते को लेकर असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि हम चीन के साथ सहमति से तय की गई व्यवस्था के विवरण का इंतजार कर रहे हैं। विदेश सचिव की भाषा अप्रकट थी। ओवैसी ने कहा कि हमें सीमावर्ती क्षेत्रों में सैनिकों के पीछे हटने की शर्तों को भी जानना होगा। 2017 के बाद डोकलाम में जो कुछ हमने देखा, यह उसकी पुनरावृत्ति नहीं होनी चाहिए, जहां पीएलए ने क्षेत्र में स्थायी मौजूदगी हासिल कर ली थी। जब तक पूर्ण विवरण उपलब्ध नहीं कराया जाता, तब तक नतीजे के बारे में निश्चित होना कठिन है।
PM मोदी और जिनपिंग की होगी मुलाकात
इस साल ब्रिक्स सम्मेलन का आयोजन रूस के कजान में होने जा रहा है। इस सम्मेलन में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग भी शामिल होंगे। रूस में पीएम मोदी और शी जिनपिंग आमने-सामने होंगे। हालांकि, अब तक इस बात की कोई भी जानकारी सामने नहीं आई है कि दोनों नेताओं के बीच कोई बैठक होगी। (इनपुट: भाषा)
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