Deepfake कॉन्टेंट इन दिनों लोगों के लिए परेशानी का सबब बन गए हैं। AI का इस्तेमाल करके डिजिटल प्लेटफॉर्म पर मौजूद किसी के फोटो और वीडियो में छेड़छाड़ करके डीपफेक बनाया जा सकता है। इसे हम डीपफेक इसलिए कहते हैं क्योंकि इसमें आम लोगों के लिए जेनुइन और फर्जी फोटो और वीडियो के बीच फर्क का पता लगाना बहुत मुश्किल होता है। हाल में आई Home Security Heros की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि इंटरनेट पर मौजूद डीपफेक कॉन्टेंट में से 98 प्रतिशत एडल्ट कॉन्टेंट हैं।
Deepfake कॉन्टेंट में 550 प्रतिशत की बढोतरी
इस रिपोर्ट की मानें तो 2019 से लेकर 2023 तक इंटरनेट पर डीपफेक कॉन्टेंट की संख्यां में 550 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है, जो चिंता का विषय है। दुनिया के सबसे बड़े सर्च इंजन Google ने सर्च रिजल्ट से डीपफेक कॉन्टेंट को हटाने के लिए नया टूल पेश किया है। यह टूल यूजर्स को सर्च रिजल्ट में दिखने वाले अपने डीपफेक कॉन्टेंट को हटाने के लिए है। गूगल सर्च के इस नए टूल की मदद से इंटरनेट से डीपफेक कॉन्टेंट हटाना अब बेहद आसान हो गया है। आइए, जानते हैं गूगल का यह टूल कैसे काम करता है?
Google Search का यह एक रिमूवल रिक्वेस्ट टूल है, जो गूगल सर्च से फर्जी डीपफेक कॉन्टेंट को हटा देता है। इसके लिए यूजर्स को सबसे पहले वेव ब्राउजर में Google Support की वेबसाइट पर जाना होगा। वहां दिए गए लिंक पर क्लिक करने के बाद आगे के स्टेप्स को फॉलो करते जाना है।
इस तरह हटाएं Deepfake एडल्ट कॉन्टेंट
- गूगल सपोर्ट पेज पर दिए गए डीपफेक कॉन्टेंट रिमूवल फॉर्म पर क्लिक करें।
- इसके बाद Start Removal Request पर क्लिक करना होगा।
- स्क्रीन पर दिए गए सवालों का उत्तर देते हुए आगे बढ़ना है।
- अंत में फॉर्म को सबमिट करके गूगल के वेरिफिकेशन का इंतजार करें।
- वेरिफिकेशन प्रक्रिया पूरी होने के बाद सर्च में मौजूद किसी भी डुप्लिकेट कॉन्टेंट को इंटरनेट से हटा दिया जाएगा।
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