Smartphones tips and tricks: स्मार्टफोन के सबसे इंपॉर्टेंट पार्ट की बात करें तो वह है बैटरी। स्मार्टफोन हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा है, दिनभर इससे कई जरूरी काम होते हैं लेकिन यदि इसकी बैटरी खत्म हो जाए तो यह एक डिब्बे की तरह होता है और हमारे कई जरूरी काम रुक जाते हैं। वैसे तो आजकल स्मार्टफोन में बड़ी बैटरी आती है लेकिन ज्यादा इस्तेमाल होने की वजह से बैटरी जल्दी खत्म होती है। कई लोग बार बार चार्जिंग में लगाने के झंझट से बचने के पावर बैंक से स्मार्टफोन को चार्ज करते हैं। लेकिन क्या हर बार मोबाइल को पावर बैंक से चार्ज करना सही है? आइए आपको इसके बारे में बताते हैं।
मोबाइल की बैटरी लाइफ आपके इस्तेमाल के तरीके पर निर्भर करती है। बार बार चार्जिंग पर लगाने से इसकी कैपेसिटी पर फर्क पड़ता है। ज्यादातर मोबाइल की बैटरी लीथियम आयन से बनाई जाती हैं। किसी भी लीथियम आयन बैटरी की लाइफ लगभग 3 साल होती है। आप अपने स्मार्टफोन की बैटरी को करीब 400 से 500 बार चार्ज कर सकते हैं अगर आप इस लिमिट को क्रॉस कर चुके हैं तो बार बार चार्जिंग में लगाने से यह काफी तेजी से डेड हो सकती है।
इस तरह का पावर बैंक खरीदें
पावर बैंक से मोबाइल चार्ज करने में किसी भी तरह की कोई दिक्कत नहीं है लेकिन आपको इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि आपका पावर बैंक एक अच्छी क्वालिटी का हो और वह आपके मोबाइल चार्जर की तरह ही आउटपुट देता हो। लोक पावर बैंक बैटरी पर नेगेटिव असर डालता है। हो सके तो यह ध्यान रखें कि जब आपने एक बार पावर बैंक से चार्जिंग पर स्मार्टफोन को लगाया होत तो उसे फुल चार्ज होने दें।
ज्यादा पावर रिलीज करते हैं कुछ पावर बैंक
कई लोकल पावर कई बार अधिक चार्ज होने पर एकदम से अधिक पावर रिलीज करते हैं जिससे फोन खराब होने की संभावना अधिक होती है। महंगे और अच्छी क्वालिटी के पावर बैंक में यह सिस्टम होता है कि फुल चार्ज होने के बाद वह अपने आप ही कट ऑफ हो जाते हैं। इससे पावरबैंक कभी भी ओवरलोड चार्ज नहीं होते।
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