आज के समय में स्मार्टफोन एक जरूरी गैजेट बन चुका है। लोगों से कनेक्ट रहने और दूसरे कई कामों को पूरा करने वाला यह एक प्रमुख डिवाइस है। हालांकि स्मार्टफोन जितना जरूरी है उससे कहीं ज्यादा जरूरी इसमें लगने वाला सिम कार्ड है। बिना सिम कार्ड के स्मार्टफोन डिब्बे की तरह है। भारत में जियो, एयरटेल और वोडाफोन आइडिया और बीएसएनएल चार प्रमुख टेलिकॉम कंपनियां हैं। फोन चलाने के लिए हम इसमें हर महीने रिचार्ज प्लान लेते हैं। लेकिन क्या कभी आपने इस बारे में गौर किया है कि आखिर सभी कंपनिया 28 दिन की ही वैलिडिटी क्यों देती हैं, आखिर इसका क्या कारण है?
जियो, एयरटेल समेत सभी कंपनियों के अधिकांश प्लान में 28 दिन की वैलिडिटी मिलती है। आज से कुछ साल पहले तक लगभग सभी कंपनियां अपने प्लान में 30 दिन की वैलिडिटी ऑफर करती थीं लेकिन अब ज्यादातर प्लान में सिर्फ 28 दिन की वैलिडिटी ग्राहकों को ऑफर की जाती है। आइए आपको बताते हैं कि आखिर टेलिकॉम कंपनियां ऐसा क्यों करती हैं।
28 दिन की वैलिडिटी के पीछे ये है बड़ा कारण
28 दिन की वैलिडिटी देने के पीछे का सीधा रीजन कंपनियों के मुनाफा से जुड़ा है। दरअसल साल में 12 महीने होते हैं और कोई महीना 28 दिन तो कई महीने 31 दिन के होते हैं। कंपनियां जब 28 दिन की वैलिडिटी ऑफर करती है तो ग्राहकों को साल में 12 की जगह 13 बार रिचार्ज करना पड़ता है। अगर टेलिकॉम कंपनियां पूरे 30 दिन की वैलिडिटी ऑफर करने लगीं तो उन्हें नुकसान उठाना पड़ जाएगा। इसी नुकसान से बचने के लिए वे 28 दिन की वैलिडिटी देती है जिससे उनके पास कुछ दिन एक्स्ट्रा बच जाते हैं।
ज्यादातर प्लान्स 28 दिन की वैलिडिटी वाले
आपको बता दें कि टेलिकॉम कंपनियों की तरफ से दी जाने वाली 28 दिन की वैलिडिटी को लेकर कई बार सवाल खड़े हो चुके हैं। पहले कंपनियां अपने प्लान्स में 1 मंथ का प्लान बोलकर ग्राहकों को 28 दिन की वैलिडिटी ऑफर करती थीं जिसके बाद ट्राई ने इस पर हस्तक्षेप भी किया था।
टेलिकॉम कंपनियों को निर्देश दिया गया था कि अगर आप किसी भी प्लान को मंथली प्लान की कैटेगरी में शामिल करते हैं तो पूरे 30 दिन की वैलिडिटी देनी पड़ेगी। हालांकि इसके बाद भी कुछ ज्यादा बड़ा असर देखने को नहीं मिला। टेलिकॉम कंपनी अपने 28 दिन की वैलिडिटी वाले प्लान्स में यह क्लेम नहीं करती कि वह मंथली प्लान है।
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