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Apple ने हटाया यह खास सिक्योरिटी फीचर, खतरे में लाखों iPhone यूजर्स का डेटा!

Apple ने iPhone यूजर्स के लिए एक खास सिक्योरिटी फीचर हटा दिया है। इस फीचर के हटने से यूजर्स का डेटा हैकर्स के हाथ लग सकता है। कंपनी ने इसे हटाए जाने की वजह भी बताई है।

Apple iPhone encryption feature- India TV Hindi Image Source : FILE एप्पल आईफओन एनक्रिप्शन फीचर

Apple ने iPhone यूजर्स के लिए बड़ा सिक्योरिटी फीचर हटा लिया है। एप्पल के इस फैसले से आईफोन यूजर्स को मिलने वाला एडवांस डेटा प्रोटेक्शन हट जाएगा। इस एनक्रिप्शन फीचर को हटाने के लिए एप्पल तैयार नहीं था, क्योंकि इसके यूजर डेटा का एक्सेस हैकर्स को भी हो सकता है। हालांकि, यूके सरकार के आदेश के बाद कंपनी को यह फैसला लेना पड़ा है। यूके सरकार का कहना था कि कंपनी को एक बैकडोर बनाना चाहिए, ताकि यूजर डेटा का एक्सेस मिल सके। आइए, जानते हैं एप्पल के इस एडवांस डेटा प्रोटेक्शन यानी ADP के बारे में...

क्या है ADP?

ADP आईफोन यूजर्स के लिए एक ऑप्शनल फीचर है, जिसकी मदद से डिवाइस में एंड-टू-एंड प्रोटेक्शन मिलता है। इस फीचर की मदद से iCloud में अपलोड किए जाने वाले डेटा को एक और लेयर की सिक्योरिटी मिलती है। यह फीचर डिवाइस के बैकअप जिसमें फोटो, मैसेज, वीडियो आदि कई चीजों को प्रोटेक्ट करता है। एप्पल इस ADP फीचर को हटाकर खुश नहीं है। कंपनी ने अपने स्टेटमेंट में कहा है कि इसके हटाए जाने के यूजर का डेटा चोरी होने का खतरा बढ़ जाता है।

एप्पल ने अपने स्टेटमेंट में कहा,'हमने एडवांस डेटा प्रोटेक्शन हटा लिया है। यह एक एक्स्ट्रा सिक्योरिटी लेयर थी। इस फीचर का फायदा यूके के यूजर्स को अब नहीं मिलेगा। ऐसा होने से यूजर्स का डेटा ब्रीच होने का खतरा अब ज्यादा बढ़ गया है। साथ ही, यह कंज्यूमर प्राइवेसी के लिए भी बड़ा मुद्दा बन गया है। ADP की वजह से यूजर के अलावा अन्य कोई उनके डेटा को एक्सेस नहीं कर सकता है, क्योंकि इसके लिए ट्रस्टेड डिवाइस होना जरूरी है।' हालांकि, यूके के अलावा दुनियाभर के अन्य किसी देश के यूजर्स इसकी वजह से प्रभावित नहीं होंगे।

ऐप स्टोर से हटाए 1.35 लाख ऐप्स

Apple से जुड़ी अन्य खबर की बात करें तो कंपनी ने हाल ही में ऐप स्टोर पर बड़ी कार्रवाई करते हुए 1.35 लाख ऐप्स को हटा दिया है। कंपनी ने यूरोपीय यूनियन के नियम की वजह से यह कार्रवाई की है। एप्पल का यह कदम ऐप स्टोर पर ट्रासपेरेंसि बढ़ाने के लिए उठाया गया है। कंपनी ने ऐप डेवलपर्स को इस नियम के तहत अपने ऐप्स को 17 फरवरी तक कंप्लाई करने का समय दिया था।

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