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WhatsApp की मनमानी पर CCI का प्रहार, Meta पर लगा 231 करोड़ का जुर्माना, जानें वजह

CCI ने WhtasApp पर भारी जुर्माना लगा दिया है। इंस्टैंट मैसेजिंग ऐप की पैरेंट कंपनी पर CCI ने जुर्माना लगाते हुए सख्त निर्देश भी जारी किया है। रेगुलेटर ने मेटा को ऐप के इंटरफेस में बदलाव करने का निर्देश दिया है।

WhatsApp- India TV Hindi Image Source : FILE WhatsApp

WhatsApp की मनमानी पर CCI ने भारी जुर्माना लगाया है। वाट्सऐप भारत में सबसे ज्यादा इस्तेमाल किए जाने वाले इंस्टैंट मैसेजिंग ऐप में से एक है। इसके डेली 55 करोड़ से भी ज्यादा एक्टिव यूजर्स हैं। CCI के इस जुर्माने के बाद भारतीय यूजर्स को WhatsApp में जल्द बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है। कम्पीटिशन कमीशन ऑफ इंडिया ने वाट्सऐप की पैरेंट कंपनी Meta को भारतीय यूजर्स के हिसाब से नई प्राइवेसी कंट्रोल और डेटा शेयरिंग फीचर लाने पर मजबूर कर दिया है।

क्यों लगा जुर्माना?

वाट्सऐप के जरिए यूजर्स के डेटा का इस्तेमाल टारगेटेड एडवर्टाइजमेंट के लिए किए जाने का आरोप Meta पर लगा है। कम्पीटिशन कमीशन ऑफ इंडिया ने Meta द्वारा भारत के 500 मिलियन से ज्यादा यूजर्स का डेटा अपने अन्य कंपनियों के साथ एडवर्टाइजमेंट में इस्तेमाल करने पर यह जुर्माना लगाया है। CCI ने मेटा पर 213.14 करोड़ का जुर्माना लगाते हुए कंपनी को अपने ऐप में इन-ऐप नोटिफिकेशन जोड़ने का निर्देश दिया है। इन-ऐप नोटिफिकेशन के जरिए यूजर्स को पता लग जाएगा कि उनका डेटा मेटा के प्लेटफॉर्म पर इस्तेमाल किया जा रहा है। इसके बाद यूजर कंसेंट देंगे तो ही उनका डेटा एडवर्टाइजमेंट के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।

Meta को सख्त निर्देश

वाट्सऐप को 2021 की प्राइवेसी पॉलिसी अपडेट के बाद यूजर्स के डेटा का इस्तेमाल अगले 5 साल के लिए एडवर्टाइजमेंट के लिए करते हुए पाया गया है। CCI ने वाट्सऐप की पैरेंट को सख्त निर्देश देते हुए कहा है कि वो अपने ऐप में स्पष्ट नोटिफिकेशन देकर यूजर्स को आगाह करें कि उनके डेटा का इस्तेमाल किस चीज के लिए किया जा रहा है, ताकि वो कंसेंट दे सके।

CCI के प्रवक्ता ने कहा कि इन-ऐप इंटरफेस में यह बदलाव यूजर्स को साफ-साफ बताएगा कि वाट्सऐप किस तरह से उनका डेटा प्रोसेस करता है। भारत में यूजर्स के पास यह कंट्रोल होना चाहिए कि वो अपने डेटा को किसी कंपनी के साथ शेयर करे या न करे। इस इन-ऐप नोटिफिकेशन की वजह से यूजर्स के पास अपने डेटा को शेयर करने का कंट्रोल मिल जाएगा। रेगुलेटर ने Meta को सख्त निर्देश देते हुए भारत में ऐप के इंटरफेस में बदलाव लाने के लिए कहा है। हालांकि, कंपनी की तरफ से इसे लेकर फिलहाल कोई बयान जारी नहीं किया गया है।

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