अगर आप लैपटॉप या फिर स्मार्टफोन इस्तेमाल करते हैं तो आपने कभी न कभी गूगल क्रोम का इस्तेमाल भी किया होगा। जब भी हमें कोई चीज की जानकारी चाहिए होती है तो सबसे पहले हम गूगल क्रोम पर जाते हैं और उसे वहां पर सर्च करते हैं। हालांकि कई बार हमें कई तरह के एरर भी देखने को मिलते हैं। इनमें से एक सबसे कॉमन '404 Error' है। क्या आपको इसके बारे में जानकारी है। अगर आप भी नहीं जानते हैं हम आपको बताने वाले हैं कि आखिर यह क्यों दिखाई देता है और इस 404 Error का मलतब क्या है।
क्यों दिखाया जाता है 404 Error
गूगल सर्च पर आने वाले एरर में 404 Error सबसे कॉमन है। हालांकि इसके बारे में अधिकांश लोगों को पता नहीं होता कि यह किस कंडीशन पर हमें दिखाई देता है। ऐसा नहीं ही कि गूगल इसे फालतू में दिखाता है। इसका एक मतलब होता है। यह एरर कभी कभी 404 Page Not Found के रूप में भी दिखाई देता है।
अगर आप इसके बारे में नहीं जानते तो बता दे कि 404 एक HTTP स्टेटस कोड है। इसे वेब सर्वर की तरफ से भेजा जाता है। दरअसल जब भी कोई शख्स इंटरनेट की दुनिया में कोई कंटेंट सर्च करता है तो गूगल के सर्वर पर उसकी रिक्वेस्ट जाती है और यूजर्स को उस कंटेंट के बारे में या फिर उससे मिलते जुलते जवाब दिए जाते हैं। लेकिन जब गूगल को जवाब नहीं मिल पाता तो डिस्प्ले में 404 Error दिखाई देता है।
404 Error या फिर Page Not Found का एरर आने की कई वजहें हो सकती हैं। हो सकता है कि आपने जो कंटेंट सर्च किया है उसका पेज हटा दिया गया हो। इस बात की भी संभावना होती है कि आपने जो URL डाला है उसमें किसी तरह की गलती हो। या फिर अगर आप कोई ऐसा कंटेंट तलाश रहे हैं जिसकी इजाजत आपका सर्वर नहीं देता है तो आपको इस तरह का एरर आने दिखाई देता है। आपको बता दें कि 404 Error एक Network communication protocol error है।
एरर में 404 नंबर का क्यो किया गया इस्तेमाल
अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर इस तरह के एरर के लिए 404 नंबर का ही इस्तेमाल क्यों किया गया। किसी और नंबर को क्यों नहीं चुना गया। तो आपको बता दें कि इसकी कोई जानकारी नहीं है लेकिन एक थ्योरी में इसके बारे में कुछ जानकारी मिलती है। CERN (यूरोपियन न्यूक्लियर रिसर्च ऑर्गनाइजेशन) थ्योरी को वेब सर्वर का घर कहा जाता है। इस घर में 404 नंबर का एक कमरा था। कहा जाता है कि इसी के नाम पर इस एरर का नाम रखा गया। हालांकि कई एक्सपर्ट ने इस थ्योरी को खारिज कर दिया है।