UPI भारत में डिजिटल पेमेंट का सबसे लोकप्रिय मोड है। हालांकि, पिछले महीने UPI ट्रांजैक्शन में गिरावट देखी गई है। NPCI ने अप्रैल में हुए कुल UPI ट्रांजैक्शन का डेटा शेयर किया है, जिसमें 1 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। हालांकि, देश में तेजी से बढ़ रहे स्मार्टफोन यूजर्स और डिजिटल पेमेंट की एक्सेप्टेंस की वजह से UPI ट्रांजैक्शन साल-दर-साल 50 प्रतिशत तक बढ़ी है। भारत की UPI सर्विस अब विदेशों में भी लोकप्रिय हो रही है।
1 प्रतिशत की गिरावट
NPCI ने अप्रैल महीने में हुए UPI ट्रांजैक्शन का डेटा जारी किया है। NPCI द्वारा जारी डेटा के मुताबिक, पिछले महीने 19.64 लाख करोड़ रुपये का UPI ट्रांजैक्शन हुआ है, जो मार्च में हुए 19.78 लाख करोड़ रुपये के मुकाबले कम है। हालांकि, यह साल-दर-साल 40 प्रतिशत की रफ्तार से बढ़ रहा है।
फरवरी में कुल 1,210 करोड़ UPI ट्रांजैक्शन हुए थे, जिसका वॉल्यूम 18.28 लाख करोड़ रुपये रहा था। वहीं, जनवरी 2024 में कुल 1,220 करोड़ यूपीआई ट्रांजैक्शन हुए थे, जिसका वॉल्यूम 18.41 लाख करोड़ रुपये था। पिछले साल UPI ट्रांजैक्शन में साल-दर-साल रिकॉर्ड 60 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई थी। 2023 में 11,768 करोड़ UPI ट्रांजैक्शन हुए थे, जिसका वॉल्यूम 182.84 लाख करोड़ रुपये था।
NPCI इंटरनेशनल
बता दें NPCI ने इंटरनेशनल पेमेंट के लिए नई एंटिटी लॉन्च की है। NPCI की इस नई एंटिटी को NPCI इंटरनेशनल पेमेंट्स लिमिटेड (NIPL) का नाम दिया गया है। इस नई एंटिटी को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) का अप्रूवल मिल गया है। इस नए एंटिटी का मुख्य मकसद RuPay कार्ड और UPI का प्रचार भारत से बाहर करना है। NIPL नेटवर्क द्वारा RuPay और UPI के जरिए भारतीय देश से बाहर भी डिजिटल पेमेंट कर सकेंगे। इस समय भारत से बाहर 6 देशों में UPI सर्विस उपलब्ध हैं, जिनमें भूटान, मॉरीशस, सिंगापुर, श्रीलंका, UAE और फ्रांस शामिल हैं।
भारत से बाहर यानी विदेश यात्रा करने वाले इन देशों में UPI के जरिए पेमेंट कर सकते हैं। इसके लिए यूजर्स को अपने पेमेंट ऐप PhonePe, Google Pay, Paytm, BHIM आदि में UPI इंटरनेशनल सर्विस को एक्टिव करना होगा। इसके बाद यूजर्स अपने बैंक अकाउंट और RuPay कार्ड के जरिए वहां डिजिटल पेमेंट कर सकेंगे।