Twitter के पूर्व CEO पराग अग्रवाल ने AI के क्षेत्र में बड़ा दांव लगाया है। एलन मस्क ने ट्विटर खरीदने के साथ ही भारतीय मूल के पराग अग्रवाल को ट्विटर से बाहर का रास्ता दिखा दिया था। एलन मस्क और पराग अग्रवाल के बीच लंबे समय से तल्खियां भी चल रही थी। मस्क द्वारा ट्विटर बोर्ड ज्वॉइन करते समय पराग अग्रवाल ने उनका स्वागत किया था। ट्विटर की डील पूरी होने के बाद पराग अग्रवाल काफी सुर्खियों में रहे थे। यही नहीं, पराग अग्रवाल ने एलन मस्क पर 1000 करोड़ रुपये का सर्वरेंस नहीं देने के आरोप में मुकदमा भी दायर किया है।
AI स्टार्टअप पर कर रहे काम
ट्विटर से निकाले जाने के बाद पराग अग्रवाल ने AI यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के नए स्टार्टअप पर काम कर रहे हैं। इसके लिए पराग अग्रवाल को करोड़ों रुपये की फंडिंग मिली है। दो बड़ी टेक्नोलॉजी फर्म इंडेक्स वेंचर्स और फर्स्ट राउंड कैपिटल ने उनके AI स्टार्टअप में दिलचस्पी दिखाई है। पराग अग्रवाल अब तक अपने AI स्टार्टअप के लिए 250 करोड़ रुपये जुटा चुके हैं। एलन मस्क द्वारा ट्विटर से बाहर निकालने के बाद पिछले एक साल से वो AI को लेकर काम कर रहे हैं। हालांकि, पराग अग्रवाल के इस स्टार्टअप के बारे में अभी ज्यादा जानकारी सामने नहीं आई है।
रिपोर्ट्स की मानें तो पराग अग्रवाल इन दिनों ChatGPT और Google Gemini AI में इस्तेमाल किए जाने वाले लार्ज लैंग्वेज मॉडल (LLM) के लिए सॉफ्टवेयर बनाने के लिए काम करेंगे। LLM एक ऐसा मॉडल है, जो AI को जबाब देने के लिए ट्रेनिंग देता है और यूजर्स द्वारा पूछे गए जटिल से जटिल सवालों के जबाब देने में मदद करता है। LLM को ट्रेनिंग देने के लिए कई तरह के सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया जाता है। पराग अग्रवाल का यह नया AI स्टार्टअप इस तरह का सॉफ्टवेयर बनाएगा।
एलन मस्क से विवाद
पराग अग्रवाल ने 29 नवंबर 2021 को ट्विटर के CEO के तौर पर कार्यभार संभाला था। तत्कालीन CEO जैक डॉर्सी ने पराग अग्रवाल को CEO के पद पर नियुक्त किया था। साल 2022 में एलन मस्क द्वारा ट्विटर खरीदने के बाद अक्टूबर में उन्हें कंपनी से बाहर निकाल दिया गया। कथित तौर पर ट्विटर से निकाले जाने पर पराग अग्रवाल को सर्वरेंस पे के लिए 400 करोड़ रुपये मिलने थे, लेकिन एलन मस्क ने यह रकम उन्हें नहीं दी है, जिसके बाद पराग अग्रवाल ने मस्क पर मुकदमा दायर कर दिया। ट्विटर खरीदने के बाद मस्क ने इस कंपनी का नाम बदलकर X रख दिया है।