आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी AI पर गूगल से लेकर माइक्रोसॉफ्ट तक भारी-भरकम निवेश कर रही है। अब इस सेक्टर में टेक क्षेत्र की प्रमुख भारतीय कंपनी विप्रो ने बड़ा ऐलान किय है। कंपनी ने बुधवार को अगले तीन वर्षों में एआई क्षमताओं को आगे बढ़ाने के लिए एक अरब डॉलर के निवेश के साथ-साथ एक विस्तृत एआई360 के लॉन्च की घोषणा की। यह निवेश एआई, डेटा और एनालिटिक्स सॉल्यूशंस के विस्तार, नए आरएंडडी और प्लेटफॉर्म विकसित करने के साथ-साथ फुलस्ट्राइड क्लाउड और परामर्श क्षमताओं को बढ़ाने पर केंद्रित होगा। कंपनी के इस कदम से भारत भी दुनिया के एआई मार्केट के साथ प्रतिस्पर्धा करने में सक्षम होगा।
सभी डिवाइस पर काम करेगा यह एआई
कंपनी ने एक बयान में कहा, विप्रो एआई360 आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई) में कंपनी के एक दशक लंबे निवेश पर आधारित है, जिसका लक्ष्य एआई को हर प्लेटफॉर्म, हर उपकरण और आंतरिक रूप से उपयोग किए जाने वाले और ग्राहकों को पेश किए जाने वाले हर समाधान में एकीकृत करना है। विप्रो लिमिटेड के सीईओ और एमडी थिएरी डेलापोर्टे ने कहा, विशेष रूप से जेनेरिक एआई के उद्भव के साथ, हम सभी उद्योगों के लिए एक बुनियादी बदलाव की उम्मीद करते हैं, चाहे नए बिजनेस मॉडल, काम करने के नए तरीके या नई चुनौतियां हों। यही कारण है कि विप्रो का एआई360 पारिस्थितिकी तंत्र हमारे सभी एआई कार्य में जिम्मेदार एआई संचालन को केंद्र में रखता है।
30 हजार कर्माचारी करेंगे काम
विप्रो एआई360 डेटा एनालिटिक्स और एआई में 30,000 विप्रो विशेषज्ञों को चार वैश्विक व्यापार लाइनों से विप्रो की तकनीक और सलाहकार पारिस्थितिकी तंत्र के साथ एक साथ लाएगा। कंपनी ने कहा कि वह विप्रो वेंचर्स के माध्यम से अत्याधुनिक स्टार्टअप में निवेश में भी तेजी लाएगी। इसके अतिरिक्त, कंपनी एक जेनएआई सीड एक्सेलेरेटर प्रोग्राम लॉन्च करेगी, जो चुनिंदा जेनएआई-केंद्रित स्टार्टअप को उद्योग के अनुरूप तैयार करने के लिए आवश्यक प्रशिक्षण प्रदान करेगी।
सभी कर्मचारियों को दी जाएगी ट्रेनिंग
इन लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए, कंपनी अगले 12 महीने के दौरान सभी 2,50,000 कर्मचारियों को एआई बुनियादी सिद्धांतों और एआई के जिम्मेदार उपयोग पर प्रशिक्षित करेगी। विप्रो ने कहा कि वह एक ऐसा पाठ्यक्रम विकसित करेगा जो विभिन्न भूमिकाओं के लिए संपूर्ण एआई यात्रा का खाका तैयार करेगा।
इनपुट: आईएएनएस