पीएम नरेंद्र मोदी का अमेरिका दौरा कई मायनों में बेहद खास रहा। टेक्नोलॉजी समेत कई सेक्टर्स के लिए इस दौरे में कई बड़ी डील्स अमेरिका और भारत के बीच में हुईं। गूगल, माइक्रॉन, अमेजन समेत की टेक जायंट ने भारत में निवेश करने की इच्छा जताई और इसके साथ ही अरबों डॉलर रुपयों के निवेश का ऐलान भी कर दिया है। आने वाले समय में भारत टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में सुपर पावर बन सकता है। आइए जानते हैं कि पीएम मोदी के दौरे में भारत अमेरिका के बीच में हुईं बड़ी टेक डील्स के बारे में....
Strengthening semiconductor supply - अमेरिकी कंपनी भारत में गुजरात में सेमीकंडक्टर प्लान लगाएगी। कंपनी इसके लिए देश में 2.75 बिलियन डॉलर का निवेश करेगी।
Critical minerals partnership- पीएम मोदी के यूएस यात्रा के दौरान अमेरिका और भारत के बीच में एनर्जी मिनरल्स सप्लाई चेन के लिए मिनरल सिक्योरिटी पार्टनरशिप हुई है. इस डील के मुताबिक भारत की एप्सिलॉन कार्बन लिमिटेड ग्रीनफील्ड इलेक्ट्रिक व्हीकल बैटरी कंपोनेंट फैक्ट्री में $ 650 मिलियन का निवेश करेगी।
Fiber Optics Investments- फाइबर ऑप्टिकल के क्षेत्र में दोनों देशों के बीच में बड़ी डील हुई है। इस करार में भारत स्टार लाइट टेक्नोलॉजी कोलंबिया के पास ऑप्टिकल फाइबर मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगाएगी। इसमें स्टारलाइट टेक्नोलॉजी करीब 100 मिलियन डॉलर का निवेश करेगी।
Cutting-edge research- यूएस नेशनल साइंस फाउंडेशन ने भारतीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के साथ 35 संयुक्त रिसर्च में आपसी सहयोग का ऐलान किया है। अमेरिका ने इसके लिए भारतीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के साथ करार किया है।
Quantum, Advanced Computing and Artificial Intelligence- क्वांटम एडवांस कंप्यूटिंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सेक्टर में दोनों देशों के बीच में एक अहम डील हुई है। दोनों पक्षें की तरफ से एक संयुक्त क्वांटम व्यवस्था बनाने पर सहमत जताई गई है। दोनों देशों ने पब्लिक और प्राइवेट सेक्टर में फैसिलिटी रिसर्च के लिए Indo-U.S. Quantum मैकेनिजम तैयार करने पर सहमति दी है।
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