बुरे फंसे जुकरबर्ग! लोकसभा चुनाव के बारे में दी गलत जानकारी, संसदीय कमिटी भेजेगी समन
Meta CEO मार्क जुकरबर्ग अपने एक गलत बयान की वजह से बुरी तरह से फंस चुके हैं। केन्द्रीय संसदीय कमिटी ने मार्क जुकरबर्ग को इस मामले में समन करने का फैसला किया है और संसद के सामने इसके लिए माफी मांगने के लिए कहा है।
Facebook, WhatsApp, Instagram जैसे लोकप्रिय सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की पैरेंट कंपनी Meta के को-फाउंडर और CEO मार्क जुकरबर्ग को संसदीय कमिटी समन भेजेगी। मार्क जुकरबर्ग ने पिछले साल भारत में हुए लोकसभा चुनाव के बारे में गलत जानकारी दी है, जिसे लकर कमिटी ने उन्हें समन भेजने वाली है। इस कमिटी को हेड करने वाले सांसद निशिकांत दुबे ने इस बात की जानकारी दी है। संसदीय कमिटी का कहना है कि दिग्गज टेक और सोशल मीडिया कंपनी के को-फाउंडर और CEO द्वारा भारत के लोकसभा चुनाव के बारे में दी गई यह जानकारी पूरी तरह से बेबुनियाद है।
केन्द्रीय संसदीय कमिटी भेजेगी समन
संसदीय कमिटी के चेयरमैन और झारखंड के गोड्डा से सांसद निशिकांद दुबे ने मंगलवार 14 जनवरी को कहा कि हमारी कमिटी मेटा को इस मामले में तलब करेगी। किसी भी लोकतांत्रिक देश की छवि इस गलत जानकारी की वजह से धूमिल हो सकती है। सांसद निशिकांत दुबे ने आगे कहा कि संस्थान को भारतीय संसद और देश के नागरिकों के सामने क्षमा मांगना होगा।
पॉडकास्ट में दी गलत जानकारी
दरअसल, एक निजी चैनल The Joe Rogan Experience के साथ किए गए पॉडकास्ट में पूछे गए एक सवाल का जबाब देते हुए मार्क जुकरबर्ग ने भारत में हुए लोकसभा चुनाव के बारे में यह गलत जानकारी शेयर की थी। इसपर केन्द्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने प्रतिक्रिया देते हुए गलत कहा था। अब संसदीय कमिटी ने इस मामले में मार्क जुकरबर्ग और उनकी कंपनी मेटा को समन करने का फैसला लिया है।
केन्द्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दी प्रतिक्रिया
पॉडकास्ट में बोलते हुए मार्क जुकरबर्ग ने कहा कि मौजूदा मोदी सरकार लोकसभा चुनाव 2024 में इसलिए हारी क्योंकि उनका COVID-19 के दौरान प्रबंधन खराब रहा है। इस स्टेटमेंट पर केन्द्रीय मंत्री अश्विणी वैष्णव की प्रतिक्रिया के बाद संसदीय कमिटी ने मेटा को तलब करने का फैसला किया है। केन्द्रीय मंत्री ने मार्क जुकरबर्ग को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X और फेसबुक दोनों पर टैग किया है।
जो रोगन एक्सपीरियंस पॉडकास्ट में जुगरबर्ग ने भारत के साथ-साथ दुनिया के अन्य देशों की सरकार के चुनाव हारने की मुख्य वजह कोरोनाकाल में प्रबंधन का जिक्र किया है। केन्द्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि कोविड के दौरान सरकार ने 800 मिलियन लोगों को मुफ्त में राशन और 2.2 बिलियन फ्री वैक्सीन देने का काम किया, जो दुनिया के लिए मिसाल है। यही कारण है कि कोविड जैसी महामारी के बाद भी भारत दुनिया का सबसे तेजी से ग्रोथ करने वाली अर्थव्यवस्था है, जिसकी वजह से पीएम मोदी ने लगातार तीसरी बार चुनाव में जीत दर्ज की है।
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