Making AI in India : मोदी सरकार ने भारत में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) इकोसिस्टम बूस्ट करने के लिए खजाना खोल दिया है। मोदी कैबिनेट ने 'Making AI in India' और 'Making AI Work for India' के लिए राष्ट्रीय स्तर के India AI मिशन की घोषणा की है। सरकार ने इसके लिए खजाना खोलते हुए 10,372.92 करोड़ रुपये का फंड अप्रूव किया है।
IndiaAI मिशन
India AI मिशन के जरिए AI इनोवेशन को लेकर कम्प्रिहेंसिव इकोसिस्टम डेवलप किया जाएगा। इसके लिए पब्लिक और प्राइवेट सेक्टर के साथ साझेदारी की जाएगी। भारत सरकार का यह महत्वाकांक्षी मिशन कम्युटिंग एक्सेस, डेटा क्वालिटी में सुधार, देसी AI क्षमताओं का विकास,टॉप AI टैलेंट को आकर्षित करना, इंडस्ट्री के साथ साझेदारी, स्टार्ट-अप रिस्क कैपिटल जैसे कई दिशाओं के लिए लाया गया है, जिसका मुख्य लक्ष्य भारत में AI इकोसिस्टम को बढ़ावा देना होगा।
भारत सरकार का यह मिशन डिजिटल इंडिया कॉर्पोरेशन (DIC) के तहत इंडिपेंडेंट बिजनेस डिवीजन (IBD) द्वारा इंप्लिमेंट किया जाएगा। IANS की रिपोर्ट के मुताबिक, इससे जुड़े अधिकारियों का कहना है कि India AI मिशन को स्वीकृति मिलने के बाद भारत में इनोवेशन और देसी क्षमताओं को उड़ान मिलेगी। इसके अलावा देश में हाई स्किल्ड रोजगार की संभावनाएं भी बनेंगी।
देसी AI क्षमताओं का होगा विकास
बता दें मौजूदा केन्द्र सरकार ने नई टेक्नोलॉजी से आम लोगों को जोड़ने के लिए डिजिटल इंडिया मिशन की शुरुआत की थी। India AI मिशन से भारत में AI को बढ़ावा मिलेगा। दिसंबर में आयोजित हुए ग्लोबल AI समिट 2023 में पीएम मोदी ने Making AI in India की बात सबसे पहले की थी। इस India AI मिशन के तहत भारत में 10 हजार से ज्यादा GPU (ग्राफिक्स प्रोसेसिंग यूनिट) को पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत डिजाइन किए जाएंगे। इसके अलावा भारत में AI मार्केटप्लेस और कम्युटिंग इकोसिस्टम भी डेवलप होगा।
ChatGPT, Google Gemini AI के तर्ज पर BharatGPT की भी घोषणा की जा चुकी है। यह टूल भारत में बने देसी लार्ज लैंग्वेज मॉडल (LLM) पर काम करता है। सरकार देसी AI इकोसिस्टम को बढ़ावा देकर इस क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा करेगी।
- IANS इनपुट के साथ
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