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Hindi News टेक न्यूज़ क्या है Mahadev Betting App, जिसे महीनों पहले सरकार कर चुकी है बैन?

क्या है Mahadev Betting App, जिसे महीनों पहले सरकार कर चुकी है बैन?

Mahadev Betting App मामले में एक और बड़ा ऐक्शन लिया गया है। इस बैटिंग ऐप मामले में एक्टर साहिल खान को मुंबई पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पिछले साल सरकार ने इस ऐप को भारत में बैन कर दिया था।

Mahadev Betting App- India TV Hindi Image Source : FILE Mahadev Betting App मामले में एक बार फिर से बड़ी कार्रवाई हुई है।

Mahadev Betting App मामले में एक और बड़ी कार्रवाई हुई है। मुंबई पुलिस ने एक्टस साहिल खान को इस मामले में गिरफ्तार किया है। एक्टर साहिल खान को मुंबई पुलिस के स्पेशल इंवेस्टिगेटिंग टीम (SIT) ने छत्तीसगढ़ से गिरफ्तार कर लिया। इस बेटिंग यानी सट्टेबाजी ऐप को सरकार ने पिछले साल नवंबर में बैन कर दिया था। सरकार ने पिछले साल नवंबर में IT एक्ट 69A के उल्लंघन में बेटिंग ऐप के साथ-साथ वेबसाइट पर प्रतिबंध लगा दिया था। इस मामले में अब तक कई बॉलीवुड सेलिब्रिटीज और राजनेता का नाम सामने आ चुका है। आइए, जानते हैं महादेव बेटिंग ऐप क्या है?

क्या है Mahadev Betting App?

महादेव बेटिंग ऐप को कई वेबसाइट के जरिए ऑपरेट किया जाता है। इस सट्टेबाजी वाले ऐप में एक कॉन्टैक्ट नंबर देकर लोगों को पैसे लगाने के लिए कहा जाता है। महादेव बुक की वेबसाइट के जरिए भारत में पोकर, कार्ड गेम्स, क्रिकेट, बैडमिंटन, टेनिस, फुटबॉल के मैच पर पैसे लगाए जाते हैं। हर जुए की तरह इस ऐप में भी लोग ज्यादा कमाई करने के लालच में पैसे लगाते हैं।

महादेव बेटिंग ऐप मामले में पिछले साल बॉलीवुड के कई सेलिब्रिटी, सिंगर्स, एक्टर और कॉमेडियन ED के रडार पर थे। इन सेलिब्रिटीज का नाम इस ऐप को को-प्रमोटर सौरभ चंद्राकर के साथ रिश्ते होने की वजह से सामने आए थे। पिछले साल अक्टूबर में केन्द्रीय एजेंसी ने महादेव बेटिंग ऐप के मामले में कोलकाता, भोपाल, मुंबई में कई जगह छापेमारी की गई। इस बेटिंग ऐप का हेडक्वार्टर UAE में है।

ED के मुताबिक, सौरभ चंद्राकर की शादी में इवेंट मैनेजमेंट कंपनी को हवाला के जरिए 112 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया था। वहीं, होटल की बुकिंग के लिए 42 करोड़ रुपये की रकम कैश के जरिए भुगतान किया गया था। सरकार ने इस बेटिंग ऐप पर बैन लगाने से पहले 2023 में कुल 138 ऑनलाइन बेटिंग ऐप और 94 डिजिटल लोन ऐप पर बैन लगाया था। इन ऐप्स को लेकर कई यूजर्स ने शिकायतें की थी। साथ ही, इन ऐप्स का लिंक चीन से भी होने का आरोप लगा था।