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ISRO रचेगा एक और इतिहास, इस दिन सूर्य के करीब पहुंचेगा Aditya L1

ISRO इस महीने एक और इतिहास रचने वाली है। इसरो के चीफ एस सोमनाथ ने बताया कि आदित्य L1 जल्द ही लैगरेंज प्वाइंट (L1) पर पहुंच जाएगा। यह भारत का पहला सोलर ऑब्जर्बेटरी मिशन है, जिसमें सूर्य के वातावरण का अध्ययन किया जाएगा।

Aditya L1- India TV Hindi Image Source : ISRO ISRO जल्द ही एक और इतिहास रचने के करीब है। आदित्य L1 जल्द सूर्य के करीब पहुंचने वाला है।

ISRO ने साल के पहले दिन इतिहास रचते हुए PSLV-C58/XPoSat सैटेलाइट को सफलतापूर्वक लॉन्च किया है। भारतीय स्पेस एजेंसी इस महीने एक और इतिहास रचने वाली है। इसरो के चीफ एस सोमनाथ ने बताया कि आदित्य L1 जल्द ही लैगरेंज प्वाइंट (L1) पर पहुंच जाएगा। आदित्य एल 1 को पिछले साल 2 सितंबर को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से लॉन्च किया गया था। यह भारतीय स्पेस एजेंसी का पहला सूर्य मिशन है। Aditya L1 ने पिछले 120 दिनों में सफलतापूर्वक कई पड़ाव पार कर लिए हैं।

इसरो चीफ एस सोमनाथ ने पिछले दिनों IIT बॉम्बे द्वारा आयोजित एक एनुअल प्रोग्राम के दौरान आदित्य एल 1 के लैगरेंज प्वाइंट पर पहुंचने की तारीख बताई थी। आदित्य एल 1 को 2 सितंबर 2023 को लॉन्च किया गया था। 125 दिन लंबे सफर को पूरा करने के बाद यह 6 जनवरी 2024 को शाम 4 बजे L1 प्वाइंट पर पहुंच जाएगा।

क्या है L1?

बता दें लैगरेंज प्वाइंट (L1) अंतरिक्ष में मौजूद एक ऐसा प्वाइंट है, जहां धरती और सूर्य का गुरुत्वाकर्षण न्यूट्रलाइज हो जाता है। इस प्वाइंट पर कोई ग्रहण नहीं लगता है, जिसकी वजह से सूर्य के वातावरण में होने वाले बदलाव पर निरंतर नजर रखी जा सकेगी। इसरो चीफ ने बताया कि आदित्य एल 1 में लगे सभी 6 पेलोड्स सही तरीके से काम कर रहे हैं और अच्छा डेटा भेज रहे हैं।

Aditya L1 का अब तक का सफर

  • 2 सितंबर, 2023: आदित्य एल-1 को PSLV-C57 के जरिए आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से लॉन्च किया गया। यह भारत का पहला सूर्य मिशन है।
  • 3 सितंबर, 2023: पहला EBN (Earth Bound Maneuvre) सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया। (दूरी 245 किलोमीटर x 22459 किलोमीटर)
  • 5 सितंबर, 2023: दूसरा EBN सफलतापूर्वक पूरा किया गया। (दूरी 282 किलोमीटर x 40225 किलोमीटर)
  • 10 सितंबर, 2023: तीसरा EBN सफलतापूर्वक पूरा हुआ। (दूरी 296 किलोमीटर x 71767 किलोमीटर)
  • 15 सितंबर, 2023: चौथा EBN सफलतापूर्वक पूरा किया गया। (दूरी 256 किलोमीटर x 121973 किलोमीटर)
  • 18 सितंबर, 2023: आदित्य एल 1 ने साइंटिफिक डेटा कलेक्ट करना शुरू किया।
  • 25 सितंबर, 2023: सूर्य और धरती के बीच बने L1 प्वाइंट का एसेसमेंट शुरू हुआ।
  • 30 सितंबर, 2023: आदित्य एल 1 ने धरती की कक्षा को छोड़ते हुए L1 का सफर शुरू किया।
  • 7 नवंबर, 2023: आदित्य एल 1 में लगे HEL1OS ने सूर्य के वातावरण की पहली हाई एनर्जी X-रे तस्वीर कैप्चर की।
  • 1 दिसंबर, 2023: सोलर विंड आयन स्पेक्ट्रोमीटर (SWIS) पेलोट को ऑपरेशनल किया गया।
  • 8 दिसंबर, 2023: SUIT पेलोड ने सूर्य का फुल डिस्क इमेज कैप्चर किया।

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