इंस्टाग्राम और फेसबुक का इस्तेमाल करने वाले किशोर अब खुद को ऑनलाइन रहते हुए ज्यादा सुरक्षित महसूस करेंगे। इंस्टाग्राम और फेसबुक पर टीनएजर्स के लिए एक नया अपडेट पेश किया गया है। यह अपडेट 13 से 18 साल के इन टीनएजर्स को अपनी प्राइवेसी को बेहतर तरीके से सिक्योर करने का मौका देंगे।
क्या है नया अपडेट
मेटा ने एक ब्लॉगपोस्ट में कहा, कुछ देशों में फेसबुक से जुड़ने वाला 16 या 18 साल से कम उम्र का कोई भी व्यक्ति अब ऑटोमैटिक रूप से अधिक प्राइवेसी सेटिंग्स प्राप्त करेगा। कंपनी फिलहाल नए फीचर की बीटा टेस्टिंग भी कर रही है, जिसकी मदद से किशोर उन व्यक्तियों को मैसेज नहीं भेज सकेगा, जिनसे वह जुड़ा नहीं है। इसके साथ ही प्लेटफ़ॉर्म किशोरों को उन लोगों में 'पीपुल यू नो' जैसे दूसरे नोटिफिकेशंस में भी डिस्प्ले नहीं करेगा।
असहज होने पर कर सकेंगे शिकायत
अगर फेसबुक या इंस्टाग्राम एप्लिकेशन का उपयोग करते समय टीनएजर्स यदि कुछ असहज महसूस करते हैं तो वे इसके लिए कंपनी को कई अतिरिक्त टूल्स की मदद से सूचित कर सकते हैं। इसके अलावा मेटा ऐसे टूल्स भी विकसित कर रहा है, जिसकी मदद से नाबालिग की अनुमति के बिना कोई भी उनकी अंतरंग तस्वीरों को भी शेयर नहीं कर पाएंगे। इसके अतिरिक्त, मेटा शैक्षिक सामग्री बनाने के लिए थॉर्न और उनके नोफिल्टर ब्रांड के साथ काम कर रहा है।
गुमशुदा बच्चों को भी खोजेगा फेसबुक
मेटा अमेरिका के नेशनल सेंटर फ़ॉर मिसिंग एंड एक्सप्लॉइटेड चिल्ड्रन (NCMEC) के साथ काम कर रहा है ताकि ऐसे किशोरों के लिए एक वैश्विक मंच तैयार किया जा सके जो इस बात को लेकर चिंतित हैं कि कोई उनकी अंतरंग तस्वीरों को उनकी सहमति के बिना ऑनलाइन साझा कर दे। मंच का लक्ष्य मेटा को किशोरों की अंतरंग तस्वीरों को ऑनलाइन पोस्ट करने से रोकने में मदद करना है। मेटा का कहना है कि एक बार प्लेटफॉर्म बन जाने के बाद, इसे टेक उद्योग की अन्य कंपनियों द्वारा इस्तेमाल किया जा सकता है।