Google की कई सर्विस हैं यूजर्स के लिए फ्री, फिर भी कैसे हर मिनट कंपनी करती है करोड़ों रुपये की कमाई?
Google अपने यूजर्स को कई सर्विसेज फ्री में उपलब्ध कराता है। इसके बावजूद टेक कंपनी की कमाई करोड़ों में होती है। हाल में आई एक रिपोर्ट के मुताबिक, दिग्गज टेक कंपनी हर मिनट 2 करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई करती है।
Google दुनिया की दिग्गज टेक कंपनियों में शुमार है। अमेरिकी टेक्नोलॉजी कंपनी की सर्च इंजन से लेकर मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम तक पूरी दुनिया में मोनोपोली चलती है। हाल ही में एक रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें दावा किया गया है कि गूगल हर मिनट 2 करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई कर रहा है, जबकि कंपनी की कई सर्विस के लिए यूजर्स को एक भी रुपया खर्च नहीं करना पड़ता है। आपके मन में भी सवाल आ रहा होगा कि बिना किसी यूजर से पैसे लिए कंपनी इतनी तगड़ी कमाई कैसे कर रही है?
गूगल इस तरह करता है कमाई?
- Google के मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम यानी Android OS के पूरी दुनिया में करोड़ों यूजर्स हैं। इसके अलावा गूगल स्मार्टवॉच, स्मार्ट टीवी, टैबलेट आदि के लिए भी ऑपरेटिंग सिस्टम डेवलप करता है। मोबाइल, टैबलेट और स्मार्ट टीवी के इकोसिस्टम के इस्तेमाल के लिए गूगल यूजर्स से कोई चार्ज नहीं लेता है। इसके बावजूद कंपनी की कमाई अरबों रुपये में होती है।
- गूगल की कमाई का मुख्य सोर्स विज्ञापन यानी एडवर्टाइजमेंट है। टेक कंपनी अपने इकोसिस्टम में यूजर्स को एडवर्टाइजमेंट दिखाकर यह कमाई करता है। आपने भी गौर किया होगा कि जब भी आप अपने स्मार्टफोन, टैबलेट या फिर अन्य डिवाइस पर गूगल पर कुछ भी सर्च करते हैं, तो ऊपर कुछ विज्ञापन दिखाई देते होंगे। इन विज्ञापन के लिए गूगल कंपनियों से मोटी रकम चार्ज करता है।
- इसके अलावा गूगल की सर्विसेज जैसे कि YouTube, Google Play Store, Google Maps आदि के जरिए भी कंपनी की कमाई होती है। यूट्यूब पर कोई भी वीडियो ओपन करने से पहले आपको एडवर्टाइजमेंट दिखाई देते होंगे। इनमें से कई विज्ञापन को तो आप स्किप भी नहीं कर पाते हैं। इन विज्ञापन के जरिए भी गूगल की कमाई होती है।
- गूगल अपनी नेविगेशन सर्विस को ऐप एग्रीगेटर को प्रदान करके भी कमाई करता है। इसके लिए कंपनी ने दुनियाभर के ट्रैवल ऐप एग्रीगेटर के साथ साझेदारी की है। नेविगेशन (Google Maps) इस्तेमाल करने के बदले कंपनी एग्रीगेटर से सर्विस चार्ज लेती है, जो उनकी कमाई का 30 प्रतिशत तक होता है।
- Google अपनी क्लाउड सर्विस जैसे कि गूगल ड्राइव की सब्सक्रिप्शन के जरिए भी कमाई करता है। बिजनेस और प्रोफेशनल के साथ-साथ पर्सनल क्लाउड स्टोरेज के लिए गूगल यूजर्स से सब्सक्रिप्शन चार्ज वसूलता है। इसके जरिए भी कंपनी की भारी मात्रा में कमाई होती है।
- गूगल अपने एंड्रॉइड ऑपरेटिंग सिस्टम के लिए ऐप बनाने वाली कंपनियों से भी सर्विस चार्ज लेता है। गूगल द्वारा इन कंपनियों से ऐप के प्लेसमेंट के लिए प्लेटफॉर्म चार्ज समेत अन्य सेवाओं के लिए चार्ज वसूला जाता है।
- इसके अलावा भी गूगल के पास कई ऐसी सर्विसेज भी मौजूद हैं, जिसके लिए कंपनी एंड यूजर से चार्ज लेती है। इस तरह से गूगल की कमाई अरबों में होती है।
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