Fraud Alert: ट्रैफिक चालान के नाम पर हो रहा बड़ा स्कैम, कहीं आप भी तो नहीं कर रहे ये गलती?
सरकार ने ट्रैफिक चालान के नाम पर हो रहे बड़े फ्रॉड को लेकर चेतावनी जारी की है। MeitY ने लोगों को इस तरह के फर्जी मैसेज और ई-मेल से सावधान रहने के लिए कहा है।
सरकार ने साइबर फ्रॉड को लेकर एक नया स्कैम अलर्ट जारी किया है। साइबर अपराधी लोगों को इन दिनों ट्रैफिक चालान के नाम पर ठग रहे हैं। आईटी मिनिस्ट्री ने लोगों को चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि इसकी वजह से लोगों के साथ लाखों का फ्रॉड हो रहा है। लोगों को ई-चालान की पेमेंट करने के लिए एक फर्जी लिंक भेजा जाता है, जिसकी जाल में फंसकर लोगों के साथ बड़ा फ्रॉड किया जाता है।
सरकार ने अपनी चेतावनी में बताया है कि लोगों को ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन वाले मैसेज, ई-मेल या फर्जी ऐप का नोटिफिकेशन भेजा जा रहा है। दिए गए मैसेज में लोगों को ई-चालान का बकाया भरने के लिए कहा जाता है। भेजे गए मैसेज में एक फर्जी लिंक होता है, जिसके जरिए लोगों को चालान की पेमेंट करने के लिए कहा जाता है। कभी-कभी तो हैकर्स लोगों को मैसेज या ई-मेल में फर्जी ऐप डाउनलोड करने वाला लिंक भी भेजते हैं। कई लोग साइबर अपराधियों के इस जाल में फंस जाते हैं और अपनी कमाई गवां देते हैं।
इस तरह से बनाते हैं निशाना
- लोगों को फर्जी मैसेज भेजकर डराया जाता है, जिसमें लोगों को चालान नहीं भरने की वजह से गाड़ी सीज करने की बात कही जाती है। लोग डरकर बिना किसी वेरिफिकेशन के हैकर्स की जाल में फंस जाते हैं।
- हैकर्स मैसेज या ई-मेल के जरिए लोगों को फर्जी लिंक भेज रहे हैं। इस लिंक पर क्लिक करने पर सरकारी वेबसाइट से मिलती-जुलती वेबसाइट ओपन होती है। इस वजह से लोग आसानी से हैकर्स की जाल में फंस जाते हैं और उनके साथ फ्रॉड हो जाता है।
- कई बार मैसेज में लोगों को फर्जी फोन नंबर भेजा जाता है, जिस पर कॉल करने से हैकर्स को कॉल कनेक्ट होता है। हैकर्स सोशल इंजीनियरिंग का सहारा लेकर लोगों को अपनी जाल में फंसा लेते हैं और उनके साथ ठगी करते हैं।
ऐसे बचें
- स्कैमर्स की जाल में खुद को फंसने से बचाने के लिए आपको कुछ बातों का ध्यान रखना होगा। आप मैसेज या ई-मेल में आए किसी भी लिंक को क्लिक न करें। बिना वेरिफिकेशन के आप कोई भी जानकारी शेयर न करें।
- मैसेज या मेल भेजने वाले शख्स को वेरिफाई किए बिना आप मैसेज और ई-मेल को इग्नोर करें। अगर, आपने गलती से कोई लिंक ओपन भी कर दिया है तो दी गई वेबसाइट को सबसे पहले वेरिफाई कर लें।
- इस तरह के ई-चालान या कोई भी सरकारी नोटिस किसी आधिकारिक ई-मेल से आते हैं। ऐसे में भेजने वाले का ई-मेल और सेंडर का नंबर पहले वेरिफाई करें।
- अपनी निजी जानकारियां, बैंक डिटेल्स आदि कभी भी, किसी के साथ शेयर न करें।
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