BSNL ने अब तक 35 हजार से ज्यादा 4G टावर लगा दिए हैं और अगले साल जून तक 1 लाख मोबाइल टावर लगाए जाने की योजना है। पिछले दिनों केन्द्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भारत संचार निगम लिमिटेड के नेटवर्क एक्सपेंशन की योजना के बारे में जानकारी दी थी। बीएसएनएल ने 4G नेटवर्क को देश के सबसे पूर्वी राज्य अरुणाचल प्रदेश के मलापू से लेकर 14,500 फीट की ऊंचाई पर बसे लद्दाख के फोबरंग तक पहुंचा दिया है।
14,500 फीट पर 4G
दूरसंचार विभाग (DoT) ने अपने आधिकारिक X हैंडल से BSNL के 4G नेटवर्क एक्सपेंशन की जानकारी शेयर की है। DoT ने अपने पोस्ट में बताया कि BSNL का 4G नेटवर्क 14,500 फीट की ऊंचाई पर बसे फोनबर्ग, लद्दाख तक पहुंच गया है। यही नहीं, बीएसएनएल ने अपनी 4G सर्विस को उगते हुए सूरज की धरती अरुणाचल प्रदेश के मलापू में पहुंचा दी है।
पहले गांव में पहली बार बजी फोन की घंटी
DoT ने इसके अलावा एक वीडियो शेयर करते हुए बताया कि भारत के पहले गांव नाबी में मोबाइल नेटवर्क पहुंच गया है। उत्तराखंड के इस गांव में पहली बार फोन की घंटी बजी है। अब तक इस गांव में दूरसंचार की सुविधा नहीं थी। भारत में मोबाइल नेटवर्क का विस्तार देश के 98 प्रतिशत हिस्से में हो गया है। दिल्ली और मुंबई जैसे महानगरों से लेकर दूरस्थ पहाड़ों पर बसे गावों तक मोबाइल नेटवर्क का विस्तार किया जा रहा है।
BSNL 4G सर्विस का भी तेजी से विस्तार किया जा रहा है। अगले साल पूरे देश में बीएसएनएल की 4G सर्विस एक साथ लॉन्च की जाएगी। देश के सभी टेलीकॉम सर्किल में बीएसएनएल की 4G सर्विस का एक्सपेंशन किया जा रहा है। अब तक 35 हजार से ज्यादा 4G टावर लगाए जा चुके हैं। सरकार ने भारत संचार निगम लिमिटेड को रिवाइव करने के लिए 6 हजार करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता भी दी है। आने वाले कुछ महीनों में BSNL अन्य प्राइवेट टेलीकॉम कंपनियों को कड़ी टक्कर देता हुआ नजर आएगा।
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