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ChatGPT को फेल कर देगा देसी AI टूल Hanooman, जानें क्यों है खास

BharatGPT Hanooman: चैटजीपीटी एआई टूल को टक्कर देने के लिए 'हनुमान' आ गया है। भारतजीपीटी इकोसिस्टम पर बेस्ड यह AI टूल 22 भारतीय भाषाओं को सपोर्ट करेगा। इसके अलावा यह टेक्स्ट-टू-टेक्स्ट, टेक्स्ट-टू-वीडियो कॉन्टेंट भी जेनरेट कर सकता है।

BharatGPT Hanooman- India TV Hindi Image Source : FILE BharatGPT Hanooman

ChatGPT को टक्कर देने के लिए देसी AI टूल Hanooman पेश किया गया है। यह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल सीता महालक्ष्मी हेल्थकेयर (SML) और IIT बॉम्बे के BharatGPT इकोसिस्टम पर काम करेगा। इस देसी AI टूल की खास बात ये है कि यह 22 भारतीय भाषाओं को सपोर्ट करता है। IIT बॉम्बे और मुकेश अंबानी की रिलायंस जियो बैक्ड यह AI प्लेटफॉर्म अगले महीने लॉन्च हो सकता है।

बता दें BharatGPT इकोसिस्टम रिसर्च की अगुवाई IIT बॉम्बे के साथ अन्य IIT कर रही है। इस नेक्स्ट जेनरेशन टेक्नोलॉजी पर डिपार्टमेंट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी, SML और रिलायंस जियो साथ मिलकर काम कर रहे हैं। आइए, जानते हैं Hanooman के बारे में...

क्या है Hanooman?

यह भारतीय लार्ज लैंग्वेज मॉडल है, जिसे 22 भारतीय भाषाओं में ट्रेनिंग दिया गया है। इसे IIT बॉम्बे और सीता महालक्ष्मी हेल्थकेयर (SML) ने पेश किया है। यह BharatGPT इकोसिस्टम पर काम करता है। इसके फाउंडेशनल लैंग्वेज मॉडल में अलग-अलग साइज के 40 बिलियन पैरामीटर तक तैयार किए गए हैं। इसके पहले चार सीरीज 1.5 बिलियन, 7 बिलियन, 13 बिलियन और 40 बिलियन पैरामीटर को अगले महीने रिलीज किया जाएगा और यह ओपन सोर्स होगा। 

Hanooman फिलहाल हिन्दी, तमिल, तेलुगू, मलयालम, मराठी समेत 11 भारतीय भाषाओं को सपोर्ट करता है। आने वाले दिनों में यह 22 भारतीय भाषाओं को सपोर्ट करेगा। Hanooman के पास मल्टीमॉडल AI क्षमता है, जो टेक्स्ट-टू-टेक्सट, टेक्स्ट-टू-स्पीच, टेक्स्ट-टू-वीडियो में कॉन्टेंट को कन्वर्ट कर सकता है।

क्या है BhatarGPT?

भारतजीपीटी इकोसिस्टम एक रिसर्च कोंसोर्टियम है, जिसकी अगुवाई IIT बॉम्बे समेत अन्य IIT कर रही है। इस इकोसिस्टम को भारत सरकार की डिपार्टमेंट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी, SML और रिलायंस जियो बैक कर रहे हैं। यह जेनरेटिव एआई टूल कई मायनों में OpenAI के ChatGPT और Sora AI टूल को टक्कर देगा। आने वाले दिनों में इस एआई टूल का इस्तेमाल हेल्थकेयर, मोबाइल ऐप, एंटरप्राइज आदि में किया जा सकता है।

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