सरकार ने देश के 120 करोड़ से ज्यादा मोबाइल यूजर्स को खुश कर दिया है। Airtel, BSNL, Jio और Vi के यूजर्स के लिए सरकार ने इंटरनेशनल स्पूफ्ड कॉल्स प्रिवेंशन सिस्टम लागू कर दिया है। केन्द्रीय दूरसंचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने BSNL के नए लोगो लॉन्च करने के साथ इस बात की जानकारी दी है। इस सिस्टम के लॉन्च होने के महज 24 घंटे के अंदर ही टेलीकॉम सर्विस ऑपरेटर्स ने 1.35 करोड़ से ज्यादा इंटरनेशन कॉल्स में से फर्जी यानी स्पूफ्ड कॉल्स की पहचान कर ली और उन्हें ब्लॉक करने का काम किया है।
इंटरनेशनल फर्जी कॉल पर ब्रेक
दूरसंचार विभाग (DoT), दूरसंचार नियामक (TRAI) और टेलीकॉम ऑपरेटर्स द्वारा विकसित किया गया यह सिस्टम यूजर्स को आने वाले फर्जी इंटरनेशनल कॉल को नेटवर्क लेवल पर ब्लॉक करेगा। हाल ही में साइबर क्रिमिनल्स द्वारा भारतीय मोबाइल नंबर (+91-XXXXXXXXXX) का उपयोग करके यूजर्स को इंटरनेशनल स्पूफ्ड यानी फेक कॉल करने की कई घटनाएं सामने आई हैं। ये कॉल देखने में भारत से ही आती हुई लग रही होती है, लेकिन हैकर्स विदेश से इस तरह की कॉल कर रहे होते हैं। यह सब हैकर्स द्वारा कॉलिंग लाइन आइडेंटिटी (CLI) में हेराफेरी करके किया जा रहा था।
नया सिस्टम है उपयोगी
सरकार द्वार नए सिस्टम के लागू किए जाने की वजह से यूजर्स के फोन पर आने वाले इंटरनेशनल स्पूफ्ड इनकमिंग कॉल्स से छुटकारा मिलेगा और साइबर फ्रॉड की घटनाओं में भारी कमी देखने को मिल सकती है। वहीं, दूसरी तरफ TRAI ने 1 अक्टूबर से फर्जी कॉल और मैसेज पर रोक लगाने के लिए नए नियम लागू कर दिए हैं। ऐसे में फोन पर आने वाले अनवेरिफाइड मार्केटिंग कॉल्स को ब्लॉक कर दिया जाएगा।
दूरसंचार विभाग लगातार ऐसे फर्जी मोबाइल नंबर को ब्लॉक कर रहा है, जिसके जरिए यूजर्स के साथ फ्रॉड करने की कोशिश की जार रही है। हाल में आई रिपोर्ट के मुताबिक, दूरसंचार विभाग ने कुछ महीने के अंदर ही 1 करोड़ से ज्यादा सिम कार्ड को ब्लॉक कर दिया है। साथ ही, सैकड़ों मोबाइल डिवाइस के IMEI नंबर भी ब्लॉक किए गए हैं।
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