5G network Speed News: दुनिया भर में इटरनेट का इस्तेमाल किया जाता है। हर देश अपने नागरिकों को तेज इंटरनेट स्पीड देने की कोशिश में लगा हुआ है। इस बीच 5G नेटवर्क को लेकर एक हैरान करने वाली खबर सामने आई है। तीन टेलीकॉम कंपनी ने यूजर्स को अट्रैक्ट करने के लिए अपने 5G नेटवर्क में 20 Gbps तक की स्पीड का झूठा दावा किया जिसके बाद कंपनियों पर अरबों रुपये का जुर्माना लगाया गया है।
दरअसल यह पूरा मामला दक्षिण कोरिया का है। यहां 5G स्पीड को लेकर तीन टेलीकॉम कंपनी SK Telecom, KT और LG Uplus ने अपने ग्राहकों को भ्रमित करने वाला विज्ञापन दिया। कंपनियों की तरफ से कहा गया कि उनके 5G नेटवर्क की स्पीड 20Gbps तक है। इस भ्रामक विज्ञापन के बाद कंपनियों पर एक्शन लिया गया है।
अरबो रुपये का लगा जुर्माना
फेयर ट्रेड कमिशन ने इस पूरे मामले में कहा कि कंपनियों ने जो विज्ञापन दिया उस तरह की इंटरनेट स्पीड बेहद सीमित जगहों पर ही मिलती है ऐसे में यह ऐड यूजर्स को भटकाने वाला है जो सही नहीं है। अब इस पूरे मामले में तीनों कंपनियों के खिलाफ बड़ा एक्शन लिया गया है। तीनों मोबाइल सर्विस प्रवाइडर पर 25 मिलियन डॉलर का का जुर्माना लगाया गया है। भारतीय रुपयों में अगर इसे कनवर्ट करें तो यह राशि करीब 20 अरब रुपये होती है।
टेस्टिंग में खुद कंपनियां भी हुईं फेल
रिपोर्ट के अनुसार कमीशन ने कहा कि टेलीकॉम कंपनियां विज्ञापन में उपभोक्ताओं से झूठा वादा कर रही हैं। विज्ञापन में बताया जा रहा है कि 5G नेटवर्क में 20Gbps तक की स्पीड पा सकते हैं जो कि अभी तक 5G टेक्नोलॉजी में सिर्फ एक थ्योरी टारगेट बात ही है। कमीशन ने यह भी कहा कि जब कंपनियों ने से इस स्पीड को वेरिफाई करने को कहा गया तो वह खुद भी इसमें फेल हो गए हैं। फेयर ट्रेड कमीशन ने कहा कि जब तीनों कंपनियों की 5G की स्पीड चेक की गई तो वह सिर्फ 656 से लेकर 801 mbps के ही बीच थी।
यह भी पढ़ें- iPhone 13 की कीमत 46,000 रुपये घटी, यहां मिल रहा है इस प्रीमियम स्मार्टफोन पर तगड़ा डिस्काउंट ऑफर