नई दिल्ली: आज के दौर में कई लोगों के लिए स्मार्टफोन एक जरूरत बन गया है, लेकिन कई बार इसकी तेजी से ड्रेन होती बैटरी कई काम खराब भी कर देती है। आमतौर पर लोगों की शिकायत यही रहती है कि उनके स्मार्टफोन की बैटरी जल्दी डिस्चार्ज हो जाती है। यदि आप भी ऐसे लोगों में से हैं तो आपके लिए एक अच्छी खबर है। वैज्ञानिकों ने एक ऐसी तकनक खोज निकाली है जिससे आपको अपना फोन हर 3 महीने में सिर्फ एक बार चार्ज करना होगा।
दरअसल, वैज्ञानिकों ने एक ऐसा मैटेरियल बनाया है, जिसकी वजह से आपके स्मार्टफोन का प्रोसेसर 100 गुना कम उर्जा का इस्तेमाल करेगा। मिशिगन और कॉर्नेल यूनिवर्सिटी के रिसर्चर्स ने मैग्नेटोइलेक्ट्रिक मल्टीफेरिक नाम के इस पदार्थ की खोज की है। यह पदार्थ परमाणुओं की पतली परतों का निर्माण करता है जो चुंबकीय ध्रुवीय फिल्म बनाते हैं। इसका मतलब यह हुआ कि वह ऊर्जा के एक छोटे से हिस्से का इस्तेमाल करके डेटा रिसीव और सेंड कर सकते हैं और यही वजह है कि स्मार्टफोन की बैटरी ज्यादा दिनों तक चलती है।
दरअसल, अभी जो प्रोसेसर बनाए जाते हैं वे सेमीकंडक्टर बेस्ड सिस्टम के जरिए निर्मित होते हैं। ऐसे प्रोसेसर्स को लगातार करंट फ्लो चाहिए होता है जबकि मैग्नेटोइलेक्ट्रिक मल्टीफेरिक्स सिस्टम का इस्तेमाल कर बनाए जाने वाले प्रोसेसर को करंट के कम पल्स की जरूरत होगी। बताया जा रहा है कि यह ऊर्जा उपभोग के क्षेत्र में एक क्रांतिकारी तकनीक साबित होने वाली है।