बीजिंग: चीन के पहले एंफीबियस विमान ने रविवार को अपनी पहली उड़ान पूरी की। इस विमान ने दक्षिण चीन सागर के विवादित तटीय शहर झुहाई से उड़ान भरी। एंफीबियस विमान उस प्लेन को कहा जाता है जो जमीन के साथ-साथ पानी से भी टेकऑफ कर सके और उसपर लैंड कर सके। यह विमान दुनिया का सबसे बड़ा एंफीबियस विमान है। आपको बता दें कि चीन सैन्य क्षमता बढ़ाने में जुटा हुआ है और इस विमान की सफल उड़ान से चीन की शक्ति में वृद्धि होगी। विमान AG600 ने सफलतापूर्वक जिनवान असैन्य हवाईअड्डे से उड़ान भरी। इसका कूट नाम 'कुनलांग' है। यह उड़ान एक घंटे तक चली। ग्वांगदोंग प्रांत में झुहाई एक बंदरगाह है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस विमान में एक बार में 50 लोग यात्रा कर सकते हैं। यह विमान सैन्य इस्तेमाल के लिए भी उपयुक्त है लेकिन इसका इस्तेमाल फिलहाल रेस्क्यू मिशन और फायरफाइटिंग के लिए किया जाएगा। बताया जा रहा है कि चीनी कंपनी को पहले ही इस विमान के 17 ऑर्डर मिल चुके हैं। यह विमान पानी से आसानी से उड़ान भर सकता है और उसपर लैंड भी हो सकता है। इस विमान का आकार एक बोइंग 737 विमान जितना ही है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, AG600 के चीफ डिजाइनर हुआंग लिंगकाई ने कहा, ‘इस सफल उड़ान ने चीन को दुनिया के बड़े एंफीबियस विमान विकसित करने में सक्षम कुछ देशों में शुमार कर दिया है।’ विमान को विकसित करने वाले सरकारी एविएशन इंडस्ट्री कॉरपोरेशन चाइना (AVIC) ने कहा कि विमान चार घरेलू टर्बोप्राप इंजन द्वारा संचालित है और इसका ढांचा 39.6 मीटर लंबा है। AVIC सूत्रों के अनुसार, एंफीबियस विमान अधिकतम 53.5 टन भार वहन कर सकता है और इसकी रफ्तार 500 किमी प्रति घंटा है। विमान एक बार में 12 घंटे तक उड़ान भर सकता है।