नई दिल्ली। चीन की अलीबाबा ग्रुप के स्वामित्व वाले UC Browser को Google प्ले स्टोर से कथित तौर पर हटा दिया गया है। प्ले स्टोर में सर्च करने पर यह ब्राउजर खबर लिखते समय तक नजर नहीं आया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, UC Browser को संदिग्ध गतिविधियों के कारण Google ने इसे प्ले स्टोर से बाहर का रास्ता दिखाया है। हालांकि, इस ब्राउजर का लाइट वर्जन अब भी प्ले स्टोर पर मौजूद है। आपको बता दें कि भारत में Google क्रोम ब्राउजर के बाद सबसे अधिक इस्तेमाल UC Browser का किया जाता है। रिपोर्ट्स के अनुसार, दुनिया भर में UC Browser के 42 करोड़ यूजर्स हैं जिसमें से अकेले भारत में 10 करोड़ यूजर्स हैं।
UC Browser पर लगे ये आरोप
UC Browser पर तमाम तरह के आरोप लगते रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स पर भरोसा करें तो UC Browser पर यूजर्स के डाटा चीन स्थित अपने सर्वर पर भेजने के आरोप लगते रहे हैं। इस पर भारत सरकार ने भी ऐतराज जताया था। हालांकि, बाद में कंपनी ने सफाई भी दी थी।
खबरों के अनुसार, एक यूजर ने इस बात का दावा भी किया है कि वह UC Browser के लिए काम करता है और उसके अनुसार ये प्रतिबंध केवल कुछ समय के लिए ही है। इस यूजर का कहना है कि ब्राउजर को केवल प्ले स्टोर से 30 दिनों के लिए हटाया गया है क्योंकि इस पर इंस्टॉल किए जाने वाले नंबर्स की संख्या को बढ़ाने के लिए प्रमोशन के लिए गलत तरीकों का इस्तेमाल किया जा रहा है जो वैध नहीं हैं।
UC Browser या Google की तरफ से अबतक नहीं आया कोई बयान
आपको बता दें कि इस पूरे मामले पर न तो अबतक Google की तरफ से कोई जवाब आया है और न ही UC Browser की तरफ। फिलहाल हमें इंतजार करना होगा कि आखिर Google प्ले स्टोर से UC Browser को हटाए जाने का असल कारण क्या हो सकता है। वहीं अगर इस ऐप को हटाया गया है तो ये केवल कुछ समय के लिए है या स्थाई रूप से।