भारत में सबसे ज्यादा बिकती हैं ये 11 कारें, मारुति सुजुकी का है दबदबा
भारत में बढ़ते मध्यम वर्ग और युवाओं की बढ़ती आबादी के कारण ऑटोमोबिल इंडस्ट्री तेजी से बढ़ रही है...
नई दिल्ली: भारत में बढ़ते मध्यम वर्ग और युवाओं की बढ़ती आबादी के कारण ऑटोमोबिल इंडस्ट्री तेजी से बढ़ रही है। पिछले साल देश में लगभग 2.5 करोड़ वाहनों की बिक्री हुई थी। इसके अलावा भारत वाहनों का प्रमुख निर्यातक भी है, जिसमें अच्छी वृद्धि होने की उम्मीद है। देश के वाहन निर्यात की वृद्धि दर साल-दर-साल आधार पर अप्रैल-दिसंबर (2017) अवधि में 13.01 फीसदी रही है। तो आइए देखते हैं कि पिछले साल (2017) देश में बिक्री के लिहाज से किन कारों ने बाजी मारी है:
1- मारुति सुजुकी ऑल्टो: देश में सबसे ज्यादा मारुति सुजुकी की गाड़ियां बिकती हैं। भारत में बेची जाने वाली प्रत्येक 10 कारों में से 7 कारें इसी कंपनी की हैं। साल 2017 में सबसे ज्यादा बिकनेवाली कार मारुति सुजुकी ऑल्टो रही। पिछले साल कुल 2,57,732 ऑल्टो कारों की बिक्री हुई। इसकी बिक्री में पिछले साल साल-दर-साल आधार पर 13 फीसदी का इजाफा दर्ज किया गया।
2- मारुति सुजुकी स्विफ्ट: देश में सबसे ज्यादा बिकने वाली कारों में दूसरे नंबर पर पिछले साल मारुति सुजुकी की ही स्विफ्ट डिजायर कार रही, जिसकी कुल 2,25,043 यूनिट्स की बिक्री हुई। कंपनी ने मई में डिजायर का नया संस्करण लांच किया था, जिसे ग्राहकों ने हाथों हाथ लिया और लॉन्च होने के पहले 2 महीनों में ही क्रमश: 30,934 और 34,305 स्विफ्ट डिजायर कारों की बिक्री हुई।
3- मारुति सुजुकी बलेनो: देश में सबसे ज्यादा बिकने वाली कारों में तीसरे नंबर पर भी मारुति सुजुकी की कार बलेनो रही। साल 2017 में कुल 1,77,209 बलेनो कार की बिक्री हुई। साल 2016 में कुल 97,580 बलेनो कार की बिक्री हुई और एक साल बाद इसमें 81 फीसदी की जबर्दस्त वृद्धि दर देखी गई।
4- मारुति सुजुकी स्विफ्ट: देश में सबसे ज्यादा बिकने वाली कारों में चौथे नंबर पर मारुति सुजुकी की स्विफ्ट रही। साल 2017 में कुल 1,67,371 स्विफ्ट कारों की बिक्री हुई, जोकि औसतन 13,948 कारों की हर महीने बिक्री रही। इस कार की इतनी मांग है कि बाजार में नया मॉडल लांच होने के बावजूद दिसंबर तक पुराने मॉडल का उत्पादन होता रहा।
5- मारुति सुजुकी वैगनआर: पांचवे नंबर पर भी मारुति सुजुकी की ही वैगनआर रही। 2017 में कुल 1,66,814 वैगनआर कारों की बिक्री हुई। यह कार कई साल से मध्य वर्ग की पसंदीदा कार है और दिल्ली, मुबंई, कोलकाता, चेन्नई जैसे महानगरों की सड़कों पर शायद सबसे ज्यादा वैगनआर कारें ही दिखती हैं।
6- ह्यूंदै ग्रैंड आई10: देश में सबसे ज्यादा बिकने वाली कारों में छठे पर दक्षिण कोरियाई कंपनी ह्यूंदै की ग्रैंड आई10 रही। पिछले साल कुल 1,54,787 ग्रैंड आई10 की बिक्री हुई थी। कोरियाई कारें अपने प्रीमियम इंटीरियर और फिट और फिनिश के लिए जानी जाती हैं। ह्यूंदै ने फरवरी (2017) में आई10 का नया संस्करण लांच किया था, जो ज्यादा क्षमता की डीजल इंजन के साथ था।
7- मारुति सुजुकी विटारा ब्रेजा: सबसे ज्यादा बिकनेवाली कारों में सातवें नंबर मारुति सुजुकी की विटारा ब्रेजा रही। कंपनी ने पिछले साल घरेलू बाजार में कुल 1,40,945 विटारा ब्रेजा की बिक्री की। यह एक कार की बजाए स्पोर्ट्स कार से मिलती-जुलती क्रासओवर गाड़ी है। इसकी बिक्री में सबसे ज्यादा योगदान मारुति सुजुकी की सबसे बेहतरीन और किफायती ऑफ्टर सेल्स सर्विस है, जिस पर लोगों का भरोसा है।
8- ह्यूंदै एलीट आई20: साल 2017 में सबसे ज्यादा बिकने वाली कारों में 8वें नंबर पर ह्यूंदै की एलीट आई20 रही। यह एक प्रीमियम हैचबैक है और पिछले साल कुल 1,34,103 ह्यूंदै एलीट आई20 की बिक्री हुई। कंपनी ने 2017 में इसे नए ड्यूअल टोन रंगों में लॉन्च किया, साथ ही कई नए उपकरण भी जोड़े।
9- ह्यूंदै क्रेटा: सबसे अधिक बिकने वाली कारों में नौवें स्थान पर ह्यूंदै की क्रेटा रही, जो एक क्रॉसओवर गाड़ी है। साल 2017 में 1,05,484 ह्यूंदै क्रेटा की बिक्री हुई। दक्षिण कोरियाई कंपनी के इस वाहन को भारत में क्रॉसओवर सेगमेंट को पुनर्परिभाषित किया है और अन्य कार निर्माताओं के लिए एक बेंचमार्क स्थापित किया है। करीब 10 लाख रुपये के मूल्य में मिलने वाली यह बेहद प्रभावशाली SUV है।
10- मारुति सुजुकी सेलेरियो: सबसे ज्यादा बिकने वाली कारों में 10वें नंबर पर एक बार फिर मारुति सुजुकी की हैचबैक कार सेलेरियो रही है। मारुति की यह सातवीं गाड़ी है, जिसने साल 2017 में 1,00,000 से ज्यादा की बिक्री का आंकड़ा पार किया है। पिछले साल कुल 1,00,860 सेलेरियो की बिक्री हुई।
11- रेनॉ क्विड: इस लिस्ट में आखिरी और 11 वें स्थान पर रेनॉ की क्विड रही, जो बेहद कम अंतर से सेलेरियो से पिछड़ गई। साल 2017 में कुल 92,440 रेनॉ क्विड हैचबैक की बिक्री हुई। पिछले साल पांच बार अलग-अलग महीनों में बिक्री में क्विड सेलेरियो से आगे रही थी, लेकिन पूरे साल की बिक्री में पिछड़ कर यह 11वें नंबर पर आ गई। पिछले साल औसतन 7,703 क्विड कार की बिक्री हर महीने हुई।