वॉशिंगटन: स्मार्टफोन के दुष्प्रभावों के बारे में इस समय तमाम बातें चल रही हैं। कहीं कहा जा रहा है कि स्मार्टफोन बच्चों पर बेहद बुरा प्रभाव डाल रहे हैं तो कोई इसके द्वारा पैदा होने वाली कथित मानसिक समस्याओं की बात कर रहा है। इसी कड़ी में एक ऐसी खबर सामने आई है जो इस गैजेट का ज्यादा इस्तेमाल करने वालों के होश फाख्ता कर सकती है। दरअसल, वैज्ञानिकों ने एक रिसर्च में पाया है कि स्मार्टफोन का हद से ज्यादा इस्तेमाल एक प्रकार से नशा करने जैसा ही है।
वैज्ञानिकों ने अपने रिसर्च में पाया कि डिजिटल उपकरणों के प्रयोग की लत के कारण लोग अकेलापन, दुख और व्याकुलता महसूस करते हैं। यह बात बेहद ही चिंताजनक है क्योंकि आज स्मार्टफोन हममें से बहुत से लोगों के जीवन का अभिन्न हिस्सा बन चुका है। इस गैजेट के जरिए हम जहां एक-दूसरे से जुड़े रहते हैं वहीं यह पल-पल की खबर रखने में भी हमारी मदद करता है। हालांकि अब इसके नुकसान की बातें सामने आने लगी हैं।
तमाम बुरी बातों में से स्मार्टफोन से एक नुकसान यह भी है कि ज्यादातर लोगों को लगातार आने वाले संदेशों, वाइब्रेशन और डिवाइस से मिलने वाले अन्य अलर्ट की लत लग जाती है जिससे हम किसी भी ई-मेल, संदेश या तस्वीर को नजरंदाज नहीं कर पाते। एक नए अध्ययन में अनुसंधानकर्ताओं ने पाया कि स्मार्टफोन का अत्याधिक इस्तेमाल किसी भी अन्य प्रकार के मादक पदार्थ के सेवन के समान है। यह अध्ययन न्यूरो रेगुलेशन पत्रिका में प्रकाशित हुआ है।