नई दिल्ली: जब से मानव सभ्यता शुरू हुई तबसे इंसान ही इंसानों के लिए कपड़े सीते आए हैं। लेकिन अब शायद ऐसा न हो, क्योंकि सिउबो एक कंपनी ने इस काम के लिए इंसानो को रोबॉट से रिप्लेस करने की ठान ली है। कंपनी ने एक ऐसा रोबॉट तैयार कर लिया है जो आसानी से स्टिफंड (पॉलिविनाइल अल्कोहल से कड़े किए गए) कपड़े से एक टी-शर्ट बना लेता है।
T-shirt made by Robot Tailor.
पहले वह कपड़े को नाप के हिसाब से काटता है, फिर अपने मशीनी हाथों से कपड़े को सिलाई मशीन में दे देता है। जब टी-शर्ट बनकर तैयार हो जाती है तो वह इसपर गर्म पानी भी डालता है ताकि स्टार्च से पैदा हुआ कड़ापन दूर हो जाए।
पॉलिविनाइल अल्कोहल प्लास्टिक स्टिफनर को पहले से ही कपड़ा उद्योग में इस्तेमाल किया जाता रहा है। सिउबो का कहना है कि जब मशीनें पहले ही फैब्रिक की कटिंस से लेकर उसका नाप तक ले रही हैं, तो क्यों न उन्हें सिलाई भी सिखा दी जाए। बस दिक्कत यह है कि मशीनें मुलायम कपड़े को नहीं पकड़ सकतीं, इसलिए इन्हें स्टिफंड किया जाता है, और रोबॉट आसानी से उन्हें काटकर एक टी-शर्ट या किसी अन्य कपड़े का आकार दे देता है।
Robot Tailor by Sewbo.
सिलाई के लिए आदमी को मशीन से रिप्लेस करने की सोचने वाली सिउबो पहली कंपनी नहीं है, बल्कि इससे पहले भी एक कंपनी ने ऑटोमेटेड सिलाई सिस्टम बनाने की कोशिश की थी, और उसका नाम है इलेक्ट्रोलूम। यह कंपनी 3डी प्रिंटेड गारमेंट्स बनाना चाहती है।
यदि इन कंपनियों का सपना पूरा हो जाता है, तो जाहिर सी बात है इस इंडस्ट्री में काम कर रहे लाखों लोग बाहर हो जाएंगे, जिनमें ज्यादादर महिलाए होंगी। फिलहाल ऐडिडास तो जूते बनाने के लिए रोबॉट्स का इस्तेमाल कर ही रहा है, क्या पता कल को कपड़े सिलने के लिए भी इनका इस्तेमाल बड़े पैमाने पर शुरू हो जाए।