ऐसे शुरू हुई गूगल डूडल की कहानी, आप भी जानिए
आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि इसकी शुरूआत किसने की और इस डूडल को कौन बनाता है।
नई दिल्ली: जब भी कोई स्पेशल डे होता है तो सबसे पहले गूगल अपनी तस्वीर को बदल देता है। हम सभी गूगल का इस्तेमाल करते हैं। और रोजाना गूगल की ओर से डाली गई तस्वीरों को देखते हैं। कई बार तो गूगल की तस्वीर को देखकर हमें पता चलता है कि कोई खास दिन है। लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि गूगल पर जो यह तस्वीरें आती हैं उन्हें कौन लगाता है या फिर कौन इस तस्वीरों को बनाता है इन सभी तस्वीरों को डूडल कहते हैं लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि डूडल का क्या मतलब है, और इसकी शुरूआत कब और किसने की थी।
आपको बता दें कि डूडल बनाने वाले एक टीम में काम करते हैं। आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि इसकी शुरूआत किसने की और इस डूडल को कौन बनाता है। डूडल की शुरूआत 1998 में हुई थी। इसकी शुरूआत लैरी पेज और सर्जेई बर्निंग ने की थी जब वह एक फेस्टिवल में जा रहे थे। और इसे वह स्केच के जरिए लोगों को बताना चाहते थे। और इसी तरीके से डूडल की शुरूआत हुई। डूडल आज फेसबुक का एक बड़ा ब्रांड बन गया है।
कौन बनाता है यह स्केच
अमेरिका के रहने वाले रेयान गर्मिक को बचपन से ही ड्रॉइंग बनाने का शौक था। बचपन का उनका यह शौक आज उनके रोजगार का एक माध्यम बन गया है। आज दुनिया के करोड़ो लोग उनकी ड्रॉइंग की तारीफ करते हैं। रेयान और उनकी टीम दिन-रात मेहनत करते हैं क्योंकि इसमें चित्रकारी के साथ तकनीक का भी अनोखा संगम देखने को मिलता है।