चेन्नई: तमिलनाडु के पल्लापत्ती में रहने वाले रिफत शारूक ने 18 साल की छोटी सी उम्र में ही एक बहुत बड़ा कारनामा किया है। वह ग्लोबल स्पेस रेकॉर्ड को तोड़ते हुए वह जल्द ही दुनिया का सबसे हल्का सैटलाइट लॉन्च करेंगे। रिफत के इस सैटलाइट का वजन सिर्फ 64 ग्राम होगा। उन्होंने इस सैटलाइट को कलामसैट (KalamSat) नाम दिया है। रिफत के इस नन्हे-मुन्ने सैटलाइट को 21 जून को नासा के साउडिंग रॉकेट से लॉन्च किया जाएगा।
Rifath Shaarook | Facebook
कलामसैट | Facebook
NASA के इतिहास में यह पहली बार होगा जब किसी भारतीय स्टूडेंट के एक्सपेरिमेंट को दुनिया की यह प्रतिष्ठित स्पेस एजेंसी लॉन्च करेगी। रिफत के इस सैटलाइट को 'क्यूब्स इन स्पेस' नाम की प्रतियोगिता में 57 देशों के प्रतिभागियों द्वारा पेश की गई 86,000 डिजाइन्स में से चुना गया है। उनके 64 ग्राम के सैटलाइट के साथ इस प्रतियोगिता में 80 अन्य मॉडल्स भी चुने गए। इस प्रतियोगिता का आयोजन NASA और ‘आईडूडल लर्निंग’ नाम की संस्था ने मिलकर किया था। रिफत की टीम में विनय भारद्वाज, तनिष्क द्विवेदी, यग्नासाई, अब्दुल कासिफ और गोबी नाथ शामिल हैं। इस सैटलाइट को बनाने में रिफत को 2 साल लगे और इसपर 1 लाख रुपये का खर्च आया।
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रिफत शारूक । Facebook
यह सेटलाइट अपनी लॉन्चिंग के साथ ही अपना मिशन स्टार्ट कर देगा। यह सब-ऑर्बिटल स्पेसफ्लाइट में 12 मिनट तक रहेगा और फिर वापस समुद्र में लैंड कर जाएगा। इस सैटलाइट का काम तापमान, वातावरण, रेडिएशन लेवल, रोटेशन बकलिंग और मैग्नेटोस्फेयर को कैप्चर और रिकॉर्ड करना होगा। आपको बता दें कि रिफत जब एक सरकारी प्राइमरी स्कूल की पांचवीं कक्षा के छात्र थे तभी उनके पिता मोहम्मद फारूख का देहांत हो गया था।